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कोई भी मकान मालिक खुद की आवश्यकता के लिए परिसर खाली करवा सकता है।

rental-agreementसमस्या-

पीयूष जैन ने जयपुर राजस्थान से समस्या भेजी है कि-

मेरे पिता जी ने 1975 में दुकान किराये पर लिए थी आज 39 वर्ष हो गए। अब दुकान मालिक दुकान खाली करने को कह रहा है। मेरे पिता जी का निधन हो गया है अब दुकान मैं चलाता हूँ। मेरे दुकान मालिक सरकारी सेवा से सेवा निवृत हैं और मैं मध्यवर्गीय परिवार से हूँ मेरे पास कोई और आय का जरिया नहीं है। सिर्फ यह दुकान ही मेरे आय का जरिया है। मैं हमेशा समय पर किराया दे रहा हूँ और हर वर्ष किराये में 10 % बढ़ाता हुँ और चेक से किराया देता हूँ। क्या वे मुझसे दुकान खाली करा सकते हैं? और क्या कानून है? आप मुझे बता सकते हैं।

समाधान-

प के पिता जी किराएदार थे। उन के स्थान पर अब आप किराएदार हैं। यह सही है आप किराया समय से दे रहे हैं और चैक से दे रहे हैं यह भी सही है। लेकिन किराया आप हर वर्ष 10% बढ़ा रहे हैं जब कि राजस्थान किराया नियंत्रण अधिनियम के अनुसार किराया केवल 5% ही बढ़ाया जा सकता है। यदि आप को लगता है कि 2003 से अब तक किराया हर वर्ष 10 प्रतिशत प्रतिवर्ष बढ़ाया गया है तो उसे न्यायालय में अर्जी लगा कर कम कराया जा सकता है। लेकिन यह कम हुआ किराया न्यायालय में अर्जी लगाने की तिथि से ही प्रभावी होगा।

प के मकान मालिक आप से दुकान खाली कराना चाहते हैं। वे केवल उन आधारों पर दुकान खाली करा सकते हैं जो कि राजस्थान किराया नियंत्रण कानून में वर्णित हैं। यदि उस दुकान की उन्हें या उन के परिवार के किसी सदस्य को स्वयं के लिए आवश्यकता है तो वे दुकान खाली करवा सकते हैं। यदि आप स्वेच्छा से दुकान खाली न करेंगे तो उन्हें इस के लिए न्यायालय में आवेदन करना होगा। फिर न्यायालय यह तय करेगा कि मकान मालिक को अपने लिए मकान की जरूरत है या नहीं या कोई अन्य आधार दुकान खाली कराने के है या नहीं। दुकान खाली कराई जा सकती है या नहीं बेहतर है कि इस तथ्य को न्यायालय को ही निर्णीत करने दें।

प ने किराए के कानून के बारे में जानकारी चाही है। पूरी जानकारी देना यहाँ संभव नहीं है। राजस्थान किराया नियंत्रण अधिनियम की पुस्तक हिन्दी में जयपुर में कानूनी किताबों की किसी भी दुकान से 100 रुपए या उस से कम कीमत में खरीदी जा सकती है। आप उसे खरीद कर पढ़ें। वैसे मकान किराए पर देने वाले हर मकान मालिक और प्रत्येक किराएदार के पास यह पुस्तक होनी ही चाहिए।

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