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हिन्दू स्त्री उस के द्वारा धारण की गई सभी संपत्ति की पूर्ण स्वामी है।
समस्या-
मेरे मामा जी ने मेरी माँ को एक घर गिफ्ट दिया उस पर क्या मेरा या मेरे बेटे का कोई अधिकार है?
कृष्ण लाल. श्री गंगानगर, राजस्थान
समाधान-
हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम 1956 की धारा-14 कहती है कि किसी भी स्त्री द्वारा जो भी संपत्ति धारण की जा रही है वह स्त्री उस की पूर्ण स्वामी होगी। इस तरह किसी भी हिन्दू स्त्री को कहीं से भी किसी भी प्रकार से कोई भी संपत्ति प्राप्त हो वह उस की पूर्ण संपत्ति होती है और उस के जीवनकाल में उस पर किसी का कोई अधिकार नहीं होता। उस स्त्री के देहान्त के उपरान्त यदि उस स्त्री ने कोई वसीयत नहीं की हो तो वह संपत्ति उस स्त्री के उत्तराधिकारियों को उत्तराधिकार में प्राप्त हो जाती है।
इस कारण से आप की माँ को जो घऱ उपहार में आप के मामा से मिला है उस में आप का व आप के पुत्र का कोई अधिकार नहीं है। आप की माताजी के जीवन काल के बाद वह घर उत्तराधिकार में आप को प्राप्त हो सकता है, यदि आप की माता जी उसे किसी अन्य को वसीयत न कर दें।
स्त्री के उत्तराधिकार में पति का हिस्सा
समस्या-
अभिलाषा प्रसाद ने मुरी, झारखंड से समस्या भेजी है कि-
मेरी माँ ने अपनी शादी में मिले गहनों को बेच कर जमीन खरीदी अपने नाम से और उस पर घर भी बनाया। लेकिन कुछ दिनों बाद बीमारी से उनकी मृत्यु हो गई है। इस के बाद मेरे पिता ने दूसरी शादी कर ली है। अब वह मेरे माता की सम्पत्ति मांग रहा है क्या मेरे पिता या सौतेले भाई को इस सम्पत्ति में हिस्सा मिलेगा। मेरी माता के हम चार सन्तान हैं तीन बेटी और एक बेटा। एक सौतेला बेटा है। कैसे हिस्से होंगे?
समाधान-
किसी भी स्त्री की संपत्ति उस की संपत्ति होती है। उस में किसी का अधिकार नहीं होता। यदि वह स्त्री कोई वसीयत नहीं करती है तो उस संपत्ति उत्तराधिकार के नियमों से उस के उत्तराधिकारियों को प्राप्त हो जाती है।
आप की माता की संपत्ति उन की स्वयं की स्वअर्जित है। उन्हों ने कोई वसीयत नहीं की थी। इस कारण वह संपत्ति उन के उत्तराधिकारियों को प्राप्त होगी।
आप की माता जी के उत्तराधिकारियों में आप के पिता, आप स्वयं और आप की तीन बहनें, कुल पाँच उत्तराधिकारी हैं। सौतेला पुत्र आप की माँ का उत्तराधिकारी नहीं है। इस तरह माँ की संपत्ति के पाँच समान हिस्से होंगे और उन में से एक हिस्सा अर्थात कुल संपत्ति का पाँचवा हिस्सा ही आप के पिता प्राप्त करने अधिकारी हैं। एक एक हिस्सा आप चारों भाई बहन प्राप्त करने के अधिकारी हैं।