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Tag: Justice

निर्णय में देरी का प्रमुख कारण कम न्यायालय और कम न्यायाधीश हैं।

समस्या- आर. के.  ने नदबई, राजस्थान से समस्या भेजी है कि- मेरा तलाक के केस को लगभग चार साल हो चुके हैं और अभी तक फैसला नहीं हुआ
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मजदूरों के लिए श्रम विभाग और न्यायालयों में कोई न्याय नहीं।

समस्या- टीकम सिंह परिहार ने चौपासनी स्कूल तिलवारियॉ बैरा राजस्थान से पूछा है- मैं “मेक शॉट ब्लास्टिंग इक्विपमेंट प्राईवेट लिमिटेड” में पिछले 7 साल से काम करता था
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श्रमिकों, कर्मचारियों को भारत के कानून और न्याय व्यवस्था से किसी तरह के न्याय और राहत की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए।

समस्या- दिलीप सेठिया ने खंडवा, मध्यप्रदेश से  समस्या भेजी है कि- मैं एक निजी कंस्ट्रेक्सन कंपनी में 4 साल से मार्केटिंग एवं फील्ड का पूरा काम देख रहा हूँ।
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शुभकामनाएँ! न्याय प्राप्ति के लिए संघर्ष के संकल्प पूरे हों।

पाठकों, मित्रों, सहयोगियों और शुभचिंतकों! फिर से एक नया वर्ष आरंभ हो गया है।  यह नया वर्ष पूरी दुनिया के सामने, भारतवर्ष के सामने नई चुनौतियाँ ले कर
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वाद कभी भी स्वीकार किया जा सकता है, आप को न्याय के लिए लड़ना चाहिए

समस्या- जयपुर, राजस्थान से मनोज ने पूछा है- मेरी समस्या है कि मेरा एक मकान है जिसे विक्रय करने हेतु मैं ने 2-4-2011 को एक व्यक्ति साथ एग्रीमेंट
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कम न्यायालयों के कारण निर्णयों की गति और गुणवत्ता पर बुरे प्रभाव

आप ने विगत आलेख न्याय प्राप्ति एक दुःस्वप्न … में पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री वी.एन. खरे की कलम से जाना था कि भारत में न्याय प्राप्ति की स्थिति
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हमारी सरकारें अभी भी भारत को अपना देश नहीं समझतीं

कुछ दिन पूर्व एक समचार चैनल पर एक वरिष्ठ अधिवक्ता का साक्षात्कार प्रस्तुत किया जा रहा था। समस्या थी जेलों में बंद विचाराधीन कैदियों की। इन कैदियों को
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कोई इस आग को लगने से रोक पाएगा?

कोई व्यक्ति जब किसी कंपनी में ऐसा नियोजन प्राप्त कर लेता है, जिस में सेवा की अवधि उल्लखित नहीं होती तो सामान्यतः  उस का नियोजन सुरक्षित है, वह
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प्रणव दा! सिंह साहब! और सोनिया जी! न्याय के लिए कुछ नहीं, मतलब अन्याय जारी रहेंगे ?

तीसरा खंबा में 26 जनवरी, 2009 की पोस्ट थी, न्याय रोटी से पहले की जरूरत है, …. जीवन के लिए जितना हवा और पानी आवश्यक है उतना ही
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