तीसरा खंबा

अटार्नी द्वारा आप की इच्छा के विरुद्ध संपत्ति विक्रय करने की संभावना होने पर उस की पावर निरस्त कर दें।

power of attorneyसमस्या-

धीरज कुमार ने आगरा, उत्तर प्रदेश से पूछा है-

मारे दादा जी ने एक वसीयत हमारे पिताजी के नाम की थी। हमारे दादाजी स्वर्गवासीहो गये हैं। उस के बाद हमारे पिताजी ने हमारी माता जी के नाम से एक पॉवर ऑफ़अटोर्नी की है। मैं जानना चाहता हूँ की मेरी माताजी इस पॉवर ऑफ़ अटोर्नी केआधार पर इस संपत्ति को बेच सकती हैं? और क्या पॉवर ऑफ़ अटोर्नी के आधार परउस संपत्ति की रजिस्ट्री मेरी माताजी अपने नाम से करा सकती हैं? मेरेपिताजी जीवित हैं। यदि मेरी माताजी उस संपत्ति को बेच दे तो पिताजी क्याक्या कदम उठा सकते हैं। क्या वो उस बिकी हुई संपत्ति को लेकर मेरी माताजीके खिलाफ केस कर सकते हैं।

समाधान-

प के दादा जी ने जो वसीयत की थी उस के कारण उन की संपत्ति आप के पिता जी को प्राप्त हो गई। आप के पिता जी ने माताजी के नाम पावर ऑफ अटोर्नी दी है। आप की माता जी अब आप के पिता जी के प्रतिनिधि के रूप में उन की संपत्ति को विक्रय कर सकती हैं।

दि पिताजी नहीं चाहते कि आप की माताजी उन की संपत्ति को विक्रय करें तो आप के पिताजी को चाहिए कि तुरन्त पावर ऑफ अटार्नी को निरस्त कर के उस की सूचना आप की माता जी को दे दें और सूचना दिए जाने की प्राप्ति स्वीकृति अपने पास रखें। इस के बाद आप की माताजी आप के पिताजी की किसी संपत्ति का विक्रय नहीं कर सकेंगी।

दि आप की माता जी ने पावर ऑफ अटार्नी के आधार पर कोई संपत्ति अब तक विक्रय कर दी है तो वह विक्रय सही है। उस मामले में आप के पिता जी आप की माता जी के विरुद्ध कुछ नहीं कर सकेंगे। अधिक से अधिक वे यह कह सकते हैं कि संपत्ति के विक्रय से प्राप्त धन माताजी ने उन्हें नहीं दिया। वे उस धन की प्राप्ति के लिए दीवानी कार्यवाही कर सकते हैं, या धन अपने पास रख कर उपयोग करने के लिए अमानत में खयानत का अपराधिक मुकदमा चला सकते हैं।

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