तीसरा खंबा

डिप्रेशन से निकल कर नया जीवन आरम्भ करें, जो हुआ उसे भूलें

समस्या-

अमित कुमार ने प्रयागराज से पूछा है-

मुझे एक लड़की से प्रेम है जो कि वह मेरे जाति की है। मैं पिछले एक साल से उसके साथ प्रेम में हूँ। हम लोग की शुरुआत शादी के बात से हुई थी। वो मुझे पिछले 6 महीने से शादी के बात पे घुमा रही है। साफ जवाब भी नहीं दे रही है। उसने मुझसे पैसे लिए, खुद की पढ़ाई और जरूरत के लिए। अब उसका व्यवहार मेरे प्रति बहुत ही खराब हो गया लेकिन अभी वो मुझे फँसा के रखी है शादी के बात पे। वो मुझे बहुत ही मानसिक तौर पे परेशान की है।  हम लोग के बीच में सहमति से शरारिक संबंध भी बने हैं। उसने मुझे बहुत मानसिक प्रताड़ना दिया है और यहां तक कहा कि जाकर आत्महत्या कर लो तुम। लेकिन उसके बाद भी वह शादी के लिए मना नहीं कर रही है और शादी करने के लिए जवाब भी नहीं दे रही है। मैं उस पर कानूनी कार्रवाई करना चाहता हूँ, उसने मुझे मानसिक प्रताड़ना दिया और मुझे से पैसे ऐंठे थे और झूठा प्यार का नाटक किया। मैं बहुत ही डिप्रेशन में हूँ और मैं अपना इलाज साइकेट्रिस्ट के पास करा रहा हूँ। कृपया मेरी मदद की जाए मेरे पास हर प्रकार के शुरू से लेकर आज तक उसके व्हाट्सएप मैसेज हैं।

समाधान-

आपको एक लड़की से प्रेम है, और वह आपकी जाति की है। इसका अर्थ यह है कि उससे आप विवाह करेंगे तो सामाजिक बाधा नहीं होगी या बहुत कम होगी। आपने जब जाति का उल्लेख किया तो माता-पिता और परिवार का भी उल्लेख कर देते। क्यों कि वे भी अक्सर बाधा बनते हैं। बल्कि जाति की बाधा भी माता-पिता की सहमति न होने पर ही पैदा होती है। खैर¡ कानून के लिए जाति  और माता-पिता, परिवार बाधा नहीं है।

अब आपने उसे उसकी पढ़ाई और जरूरतों के लिए धन दिया तो कोई एग्रीमेंट तो किया नहीं था। यह सब एक तरीके से उपहार ही था। उपहार (Gift) के लिए कानून यह है कि जब दे दिया और लेने वाले ने ले लिया तो उसे वापस नहीं लिया जा सकता। यदि आपने उसे यह धन उधार दिया होता, उसे लौटाने की कोई शर्त होती और वह भी लिखित होती तो किसी तरह की कानूनी कार्यवाही की जा सकती थी।  लेकिन मौजूदा स्थिति में तो कुछ किया जाना सम्भव नहीं है।

आप यह भी स्वीकार कर रहे हैं कि उसके साथ आपने सहमति से शारीरिक सम्बन्ध भी बनाए। इस सम्बन्ध का अर्थ आपने यह कैसे निकाल लिया कि वह आपके साथ विवाह करेगी ही। क्यों कि आप खुद कह रहे हैं कि वह आपसे शादी के लिए आज तक हाँ नहीं कर रही है। बल्कि सहमति से सम्बन्ध की बात तो आप कह रहे हैं। जबकि वह यह भी कह सकती है कि आपने बहला फुसला कर उसके साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाए और आपके विरुद्ध इस मामले में अपराधिक कार्यवाही भी कर सकती है।

अब आप कह रहे हैं कि उसने झूठा प्यार का नाटक किया और पैसे ऐंठ लिए। इसे ठगी कह सकते हैं। पर पैसे लेकर या देकर शारीरिक सम्बन्ध बनाना भी गंभीर अपराध है जिसके आप दोनों भागी हो सकते हैं। यदि आप विवाह पूर्व प्रेम ही कर रहे थे तो शारीरिक सम्बन्ध बीच में कहाँ से आ गया? आया तो इसमें दोष तो आपका भी है। आपने यह नहीं बताया कि उसने आपको मानसिक सन्ताप कैसे पहुँचाया? क्यों कि कोई भी बात तब तक साबित नहीं की जा सकती जब तक उसके लिए आवश्यक तथ्य सामने न हों। इस तरह आपके पास कानूनी रूप से करने को कुछ नहीं है।

असल में आप डिप्रेशन अर्थात अवसाद में आ गए हैं क्यों कि आपने इस सब में धन खर्च कर दिया है और अब लग रहा है कि आपने बहुत गलती की है। अवसाद के कारण हमारी खुद की करनी में होते हैं। आप साइकेट्रिस्ट के चिकित्सा करा रहे हैं यह अच्छी बात है। यदि आपसे गलती हुई है तो उसे सुधारिए। आपने जो कुछ खर्च किया है उसे भूल जाइए। उस लड़की को भूल जाइए। बल्कि उसे कह दीजिए कि आप से आगे से बात न करे और वह भी भूल जाए। उसे अपने जीवन से निकाल दीजिए। मन से सारा कूड़ा कचरा बाहर निकाल कर एक नए जीवन की और आगे बढ़ें।

Exit mobile version