विवेक कुमार द्विवेदी सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश से पूछते हैं –
मेरे पिता जी भारतीय जीवन बीमा निगम शाखा सुलतानपुर में लिपिक पद पर कार्यरत थे। उनकी आकस्मिक मृत्यु उनके सेवाकाल में ही दिनांक 19.10.2009 को हो गयी। मेरे परिवार की सहमति से मैंने मृतक आश्रित रूप में सेवा प्राप्त करने के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम को आवेदन प्रस्तुत किया। आवेदन के कुछ दिन बाद मंडल कार्यालय फैजाबाद से मृतक आश्रित के लिए प्रार्थना का प्रारूप आया। मुझे निर्देशित किया गया था कि मैं इसे पूर्णत: भरकर सारे शैक्षिक प्रमाण पत्र लगाकर अविलम्ब भेजूँ। मैंने फार्म को भरकर शैक्षिक योग्यता एम.ए. बी.एड. तथा जन्मतिथि दिनांक 25.08.1978 का प्रमाण पत्र संलग्न कर भेज दिया। उसके बाद मण्डल कार्यालय से विभागीय जांच आयी और जांच के पश्चात साक्षात्कार के लिए पत्र आया। मेरा साक्षातकार 4 मई 2010 को मण्डल कार्यालय फैजाबाद में हुआ। तब से लेकर आज तक कार्यालय की तरफ से मुझे कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है। जानकारी करने पर पता चला कि मेरी उम्र अधिक होने के कारण मुझे नौकरी नहीं दी गयी। विभाग की अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष है। जबकि जब मैंने आवेदन किया था। तभी मैं 30 वर्ष से अधिक था। इसके बावजूद निगम ने सारी प्रक्रिया पूरी करवायी और इतना समय बीतने के बाद भी आज तक मुझे कोई जबाव नहीं दिया। मैंने निगम को पत्र लिखकर जानकारी मांगी लेकिन उसका भी आज तक कोई जबाव नहीं आया। मुझे क्या करना चाहिए?
उत्तर –
विवेक जी,
आप का आवेदन बिलकुल सही है। आप का कहना है कि भारतीय जीवन बीमा निगम में मृतक आश्रित को नियुक्ति देने के लिेए अधिकतम सीमा 30 वर्ष है। जब कि मेरी जानकारी के अनुसार निगम में मृतक आश्रित के रूप में नियुक्ति देने के लिए अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष तथा पुत्र या पुत्री के लिए यह सीमा 35 वर्ष है। यदि आयु सीमा के कारण आप की नियुक्ति में बाधा आ रही होती तो आप के आवेदन के तथ्यों की जाँच ही नहीं की जाती साक्षात्कार तो बहुत दूर की बात है। इस तरह आप निश्चिंत हो सकते हैं कि आयु सीमा के कारण आप का आवेदन अस्वीकृत नहीं किया जाएगा।
अड़चन बताई जाती है तो आप पुनः सलाह प्राप्त कर सकते हैं।