तीसरा खंबा

औद्योगिक डिजाइन, ट्रेडमार्क या पेटेंट का पंजीकरण कैसे कराया जाए?

समस्या-

मेरे पिताजी ने रसोईघर में काम आने वाली एक नयी तरह की पक्कड़ बनायी है।  यह पूर्णतया उनके दिमाग की उपज है, और ऐसी कोई पक्कड़ अभी बाज़ार में नहीं है।  हम इसका ट्रेडमार्क और डिजाईन रजिस्ट्रेशन चाहते हैं। क्या इसके लिए ऑन लाईन आवेदन किया जा सकता है?  या किसी वकील के माध्यम से ही यह प्रक्रिया की जा सकती है?  कृपया इसका अनुमानित खर्चा एवं इसमें लगने वाले समय की भी जानकारी देने का कष्ट करें।

– अशोक जैन, बाली, राजस्थान

समाधान-

द्योगिक डिजाइन किसी वस्तु के लिए सजावटी या सौंदर्यात्मक पहलू है।  डिजाइन वस्तु के आकार और सतह के रूप में  त्रिआयामी अथवा पैटर्न लाइनों या रंगों के रूप में द्विआयामी प्रकार का हो सकता है।  औद्योगिक डिजाइनों को  पेटेंट व डिजाइन अधिनियम के अंतर्गत संरक्षण प्रदान किया जाता है।

ट्रेडमार्क एक विशिष्ठ संकेत चिन्ह होता है जो किसी विशेष व्यक्ति या एन्टरप्राइज द्वारा उत्पादित किए जाने वाले मालों अथवा सेवाओँ की पहचान बन सकता है।  ट्रेडमार्क प्रणाली एक अनन्य ट्रेडमार्क द्वारा एक उत्पाद या सेवा को उस की उत्कृष्ठता और गुणवत्ता के लिए पहचानने में उपभोक्ताओं की मदद करती है।  एक पंजीकृत ट्रेडमार्क उस के स्वामी के उत्पादों और सेवाओँ की पहचान के रूप में उस के उपयोग के एकाधिकार को सुनिश्चित करता है और उसे केवल ट्रेडमार्क का स्वामी अथवा उस से लायसेंस प्राप्त अन्य कोई व्यक्ति ही उपयोग में ले सकता है।

ब कि पेटेंट एक विशेषाधिकार होता है जो किसी आविष्कार के लिए स्वीकृत किया जाता है।  यह कोई उत्पाद अथवा प्रक्रिया हो सकती है जो सामान्य तौर पर किसी समस्या के लिए नया तरीका या नया तकनीकी समाधान प्रदान करती हो।  पेटेंट व डिजाइन अधिनियम 1970  के अंतर्गत आवेदन प्रस्तुत किये जाने की तिथि से एक सीमित समय के लिए संरक्षण प्रदान किया जाता है।

प ने जिस आविष्कार की बात की है मुझे लगता है कि उस के लिए ट्रेडमार्क और डिजाइन रजिस्ट्रेशन के बजाए पेटेंट कराना उचित होगा।  हालाँकि आप के प्रश्न से यह समझ नहीं आ रहा है कि पक्कड़ से आप का क्या तात्पर्य है?

ट्रेडमार्क, डिजाइन रजिस्ट्रेशन और पेटेंट के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।  आप स्वयं भी कर सकते हैं।  लेकिन फिर भी इन कामों के लिए यदि किसी जानकार प्रोफेशनल की सेवाएँ प्राप्त की जाएँ तो बेहतर होगा।  इस से आप को कुछ धन तो खर्च करना होगा लेकिन आप बहुत सारी परेशानियों से बच जाएंगे।  बल्कि धन की बचत भी हो सकती है।  हो सकता है आप स्वयं जो आवेदन करें उस में आप को परेशानी आए और धन भी अधिक खर्च हो जाए।  किसी प्रकार की कमी के कारण पेटेंट कराने में असफल हो जाएँ।

स के लिए आप विभाग के पंजीकृत ऐजेंट से संपर्क कर सकते हैं।  जयपुर में कुछ पंजीकृत ऐजेंट हैं, दिल्ली में तो हैं ही।  उन का पता आप इंटरनेट पर सर्च कर के जान सकते हैं।  उन से आप को बहुत सी जानकारियाँ मिल जाएंगी और आप का काम सरलता से सिद्ध हो सकता है।

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