गाजीपुर (उ.प्र.) से प्रशान्त वर्मा पूछते हैं –
मेरी माँ सरकारी जूनियर हाईस्कूल में प्रिन्सिपल के पद पर कार्यरत थी और वो 30.06.2012 को अवकाश प्राप्त होने वाली थी। मेरी माँ पिछले करीब दो सालों से कैन्सर से पीड़ित थी। उनके इलाज़ में काफी पैसा खर्च हुआ। माँ कैन्सर से पीड़ित थी और उनका इलाज करने के दौरान दिनांक 08.08.2011 को निधन हो गया। मैं इंटर तक ही पढ़ सका। क्या मुझे क्लर्क की नौकरी मिल सकती है। नौकरी मिलने के बाद अगर मैं बी.ए. कर लेता हूँ तो क्या मुझे अध्यापक की नौकरी मिल सकती है। मेरी उम्र इस समय 40 वर्ष है। मैं इस समय बेरोजगार हूँ और पूर्णतया माँ पर ही आश्रित था। कृपया मुझे उचित सलाह दें।
उत्तर –
प्रशान्त जी,
सभी राज्य सरकारों ने अपने कर्मचारी के सेवा में रहते हुए मृत्यु हो जाने पर उस के आश्रितों में से किसी एक को राज्य सेवा में नियोजन प्रदान करने के लिए नियम बनाए हुए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इस के लिए U. P. Recruitment of Dependants of Government Servants (Dying-in-Harness) Rules, 1974 बनाए हैं, तथा इन में समय समय पर संशोधन भी हुए हैं। आप ने इन नियमों के अन्तर्गत आप की माता जी के नियुक्ति अधिकारी को आवेदन प्रस्तुत कर दिया होगा। यदि नहीं किया है तो तुरन्त आवेदन प्रस्तुत कर दें। इस काम में देरी करने से कोई लाभ नहीं है।
जो विवरण आप ने अपने बारे में दिया है उस के अनुसार आप को उक्त नियमों के अंतर्गत नियुक्ति प्रदान करने में कोई बाधा प्रतीत नहीं होती है। लेकिन आप को आप की वर्तमान योग्यता के आधार पर नियुक्ति प्राप्त होगी। किसी किसी पद के लिए यदि प्रशिक्षण अनिवार्य है तो उस की छूट मिल सकती है। वर्तमान योग्यता के अनुसार आप को एक लिपिक के पद पर नियुक्ति प्राप्त हो सकती है। लेकिन आप का पद बाद में बदला नहीं जा सकता है। यदि आप शिक्षक के पद पर नियुक्ति चाहते हैं और प्राथमिक शाला के पद पर नियुक्ति के लिए न्यूनतम योग्यता यदि हायर सैकंडरी है तो आप को प्रशिक्षण से छूट प्राप्त हो सकती है। आप को यह प्रशिक्षण नौकरी प्राप्त होने के उपरान्त निर्धारित अवधि में पूर्ण करना होगा। इस संबंध में आप को अपनी माता जी के नियोक्ता के कार्यालय से संपूर्ण जानकारी कर लेनी चाहिए। इन नियमों में पद रिक्त होने पर ही नियुक्ति दी जा सकती है इस कारण से आप को जिस पद पर नियुक्ति मिलने की शीघ्र संभावना हो उस पर नियुक्ति प्राप्त करने के लिए प्रयत्न करना चाहिए।