तीसरा खंबा

चाचा के विरुद्ध अपराधिक षड़यंत्र की रिपोर्ट पुलिस को कराएँ।

rp_police-officer4.jpgसमस्या-

बुन्देल सिंह यादव ने पिचूरी, जिला शिवपुरी, मध्यप्रदेश से पूछा है-

मैं 13 वर्ष का था तब मेरे पिताजी का देहान्त हो गया। मेरा चाचा चाची ने अपने बेटे का नाम को मेरे पिताजी के नाम से जोड़ दिया जैसे मेरा बुन्देल सिंह पुत्र श्री जिहान सिंह यादव है उन के बच्चे का नाम रामपाल पुत्र श्री जिहान सिंह यादव रख दिया है। अब कहते हैं कि ये जिहान सिंह का बैटा है। जब कि वह गोपाल सिंह का बेटा है। मैं क्या करूँ।

समाधान-

प के चाचा चाची ने बहुत दूर की कौड़ी ली है। इस तरह आप दोनों आप के पिता के बेटे हो गए। जो संपत्ति चाचा की है वह तो चाचा के पास है उसे वह किसी के नाम वसीयत कर सकते हैं। लेकिन आप के पिता की संपत्ति में भी चाचा का बेटा आधी का हकदार बता सकता है, यह कहते हुए कि वह भी आप के पिता का ही बेटा है। यह एक अपराध और अपराधिक षड़यंत्र है।

आप को चाहिए कि आप इस की पुलिस में रिपोर्ट कराएँ। यदि पुलिस रिपोर्ट पर कार्यवाही करने से इन्कार करे तो एस पी को पत्र के साथ पुलिस को की गयी रिपोर्ट की प्रतिलिपि प्रस्तुत करें। दोनों की रसीद अवश्य रखें। फिर भी कोई कार्यवाही न हो तो आप किसी स्थानीय वकील की सहायता से मजिस्ट्रेट के समक्ष परिवाद प्रस्तुत कर उसे पुलिस को जाँच के लिए भिजवाने का प्रयत्न करें। इस मामले में दोनों के डीएनए टेस्ट कराने से स्पष्ट हो जाएगा कि कौन किसका बेटा है। वैसे अन्य पारिवारिक रिश्तेदारों के बयान से और अस्पताल आदि के रिकार्ड से जहाँ बच्चे पैदा हुए या दाई के बयान से भी यह बात साबित की जा सकती है।

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