समस्या-
इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश से आंगिरस पाण्डेय ने पूछा है –
मेरी पत्नी सरकारी नौकरी में है और मेरी नौकरी प्राइवेट है। शादी के बाद दुर्भाग्यवश मेरी नौकरी चली गई, उस ने विवाह विच्छेद करने के लिए कहा। मैं ने मना कर दिया। इस पर उस ने 498-ए दंड प्रक्रिया संहिता व कुछ अन्य धाराओं के अन्तर्गत मुकदमा कर दिया। जिसे फर्जी साबित करने के लिए मेरे पास पर्याप्त साक्ष्य है। क्या मैं फर्जी मुकदमा करने के लिए उस के विरुद्ध कोई मुकदमा कर सकता हूँ?
समाधान-
लगता है आप की पत्नी ने जब आप से विवाह किया तो उस ने आप में जो कुछ देखा आप की नौकरी प्रमुख थी। वही छूट गई तो उस के लिए विवाह के सारे आधार ध्वस्त हो गए। उस ने विवाह विच्छेद के लिए आप को कहा लेकिन आपने मना कर दिया। उस के पास विवाह विच्छेद के लिए कोई कानूनी आधार तो था नहीं इस कारण से उस ने आप को दबाव में लेने के लिए ये कथित फर्जी मुकदमे कर दिए।
आप उस के विरुद्ध दुर्भावना पूर्ण अभियोजन के लिए हर्जाने का मुकदमा कर सकते हैं, साथ ही भारतीय दंड संहिता की धारा 211 व 384 के अंतर्गत अपराधिक मुकदमा भी चला सकते हैं। लेकिन दुर्भावना पूर्ण अभियोजन के लिए मुकदमा तभी चलाया जा सकता है जब कि आप को खुद को धारा 498-ए के मुकदमे में दोष मुक्त या आरोप मुक्त घोषित कर दिया जाए।
जो स्त्री नौकरी छूट जाने के कारण मात्र से आप से विवाह विच्छेद की मांग करने लगे। मुझे नहीं लगता कि आप उस के साथ जीवन भर सुखी रह सकते हैं। अच्छा है आपस में बात कर के मामले को सुलझाएँ। न सुलझता हो तो विवाह विच्छेद के लिए आप खुद ही मान जाएँ। यदि आप समझते हैं कि आप दोनों इस विवाह को चला सकते हैं, तो पहले अपने लिए अच्छी सी नौकरी तलाश करने या पर्याप्त आय का साधन बनाने में अपना ध्यान लगाएँ। हो सकता है उस के बाद आप अपने विवाह को बचा सकें।