तीसरा खंबा

पति की क्रूरता को सहन न करें, तुरन्त अलग हो कर कार्यवाही करें।

समस्या-

divorceपूजा वर्मा ने भोपाल, मध्य प्रदेश से पूछा है-

मेरे पति मुझे मानसिक प्रताड़ना देते हैं और परेशान करते हैं। ड्रिंक करके टॉर्चर करते हैं। ग़लत लांछन लगाते हैं। लगभग 2 साल हमारी शादी को हो गये हैं। टेंशन मे रहने के कारण मैं डिप्रेशन का शिकार हो गयी। अब वो मुझे डॉक्टर के पास ले जाते हैं और कहते हैं कि मुझे मानसिक प्रोब्लम है इसलिए मैं झगड़ा करती हूँ। इससे वो जो मुझे टॉर्चर करते हैं वो बात सामने नहीं आ पाती है। कहीं ऐसा तो नहीं कि डॉक्टर से डिप्रेशन का इलाज़ करवा कर वो अपना बचाव कर र्हैं। मेरा छोटा बच्चा भी है जो 5 माह का है। मैं अपने पति से कैसे अलग हो सकती हूँ और अलग होने की कंडीशन में बच्चा किस के पास रहेगा। मेरे पति प्राइवेट बिजनेस मे हैं और मैं सेंट्रल गवर्नमेंट की एंप्लाई हूँ। मुझे क्या करना चाहिए?

 

समाधान-

प की जो परिस्थितियाँ हैं उन में आप अपने पति के साथ रह कर कभी भी प्रसन्न और सुखी नहीं रह सकतीं। गलत लांछन लगाना और फिर टॉर्चर करना क्रूरता पूर्ण व्यवहार है जिस के आधार पर आप अपना विवाह विच्छेद करवा सकती हैं।

प एक आत्मनिर्भर महिला हैं। आप को चाहिए कि सब से पहले अपने पति का घर छोड़ कर अलग हो जाएँ और बच्चे को साथ ले जाएँ। बच्चे को आप से कोई भी अलग नहीं कर सकता। न्यायालय भी इस तरह का कोई आदेश नहीं देगा।

लग हो जाने के बाद कुछ दिन सैटल हो कर आप सोचें कि क्या आप को अपने पति से विवाह विच्छेद कर लेना चाहिए या नहीं? यदि आप इस नतीजे पर पहुँचती हैं कि विवाह विच्छेद ही बेहतर है तो तुरन्त विवाह विच्छेद के लिए आवेदन प्रस्तुत कर दें। आप को शारीरिक व मानसिकर क्रूरता के आधार पर विवाह विच्छेद की डिक्री मिल जाएगी। आप का बच्चा आप के पास रहेगा। आप चाहें तो बच्चे के भरण पोषण के लिए अपने पति से खर्चै की मांग कर सकती हैं। यदि पति खुद देने को तैयार न होंगे तो न्यायालय बच्चे के भरण पोषण के लिए मासिक खर्च देने का आदेश प्रदान कर देगा।

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