तीसरा खंबा

पत्नी के झगड़ा करने के कारणों को जानने और उन्हें हल करने की कोशिश करें …

divorceसमस्या-

मुकेश कुमार पटेल ने महाराजगंज, उत्तर प्रदेश से समस्या भेजी है कि-

मेरी शादी को ५ साल हो गए है, पर मेरी पत्नी मेरे साथ नहीं रहती है। मैं एक किसान हूँ और साथ मेरा व्यापार भी है। जब साथ रहती है तो आये दिन घर में झगड़ा होता रहता है। जिसका जिम्मेदार वो मेरे माता पिता को कहती है। झगड़ा होने के 1 से 2 दिन बाद ही अपने पिता को बुलाकर मायके चली जाती है और बार बार बुलाने पर भी वापस नहीं आती है। यह सब देख कर मेरे पिता जी की तबियत खराब हो गई है, दो बार तो हॉस्पिटल में भर्ती हो चुके हैं। पूरा परिवार मानसिक रूप से बहुत ही परेशान है। मेरी पत्नी के पिता वकील हैं जिस से वो बार बार धमकाती रहती है कि केस कर दूँगी। मेरे दो बच्चे हैं, एक ४ साल के बेटी और एक 1.5 साल का बेटा। सभी बच्चों के वापस आने की आस में ही रहते हैं। परन्तु इसका कोई भी प्रभाव मेरी पत्नी या उसके माता पिता पर नहीं पड़ता है। इन सभी परिस्थितियों से परेशान हो कर मै तलाक लेना चाहता हूँ और बच्चों को अपने पास रखना चाहता हूँ कृपया आप समाधान बताएँ।

समाधान-

प का पत्नी के साथ झगड़ा होता है, फिर पत्नी बच्चों के साथ मायके चली जाती है। वह झगड़े का कारण आप के माता-पिता को बताती है। कोई न कोई समस्या तो है जिसे आप समझ नहीं पा रहे हैं या फिर समझते हुए भी अनदेखा कर रहे हैं। यदि पत्नी बेमानी झगड़ा कर रही है तो पिता भले ही वकील हो बेटी का पक्ष बिना किसी आधार के क्यों लेगा? आप झगड़े का कारण तलाश करिए। हमारे पारिवारिक वातावरण में बहुत सी चीजें खास तौर पर बहुओं के साथ व्यवहार संबंधी चीजें परंपरागत रूप से ऐसी बनी हैं कि हमें उस में कोई कमी नहीं नजर आती। लेकिन आज की महिला उन्हीं चीजों को बर्दाश्त नहीं कर पाती। इस से विवाद पैदा होते हैं। इन विवादो का एक ही हल है कि या तो बहू अपने को ससुराल के वातावरण में ढाल ले, या फिर प्रतिरोध करे। आप की पत्नी कुछ चीजों का प्रतिरोध कर रही है। उस प्रतिरोध को समझिए और हल करने की कोशिश कीजिए। कुछ अपने माता पिता को भी समझाइए। आप ने लिखा है कि पूरा परिवार बच्चों के आने का इन्तजार करता रहता है। लेकिन क्या कोई भी बच्चों की माँ के आने का भी इन्तजार करता है? आप के इस कथन से ऐसा भी लगता है कि आप की पत्नी को आप के परिवार में प्रेम, स्नेह मिला ही नहीं। वह केवल एक औजार की तरह आ कर परिवार में फिट हो गयी।

में अभी तक आप के तलाक लेने का कोई आधार नजर नहीं आता। आप मुकदमा करेंगे तो पत्नी के पिता तो वकील हैं ही। वे प्रतिवाद भी अच्छा करेंगे और आप के विरुद्ध कई मुकदमे करेंगे। बरसों तक मामला सुलझेगा नहीं। बच्चों की कस्टड़ी भी फिलहाल कुछ वर्ष आप को नहीं मिलेगी। यदि बच्चे कुछ वर्ष और आप से अलग रह गए तो फिर वे भी आप के साथ रहना नहीं चाहेंगे।

प के 1.5 और 4 वर्ष के दो बच्चे हैं, ये दोनों बच्चे बिना माँ के नहीं आ गए। आप को फिलहाल तलाक के बारे में सोचने के स्थान पर इस रिश्ते को ठीक करने और आगे बढ़ाने के बारे में सोचना चाहिए। आप की पत्नी जिन बातों पर झगड़ा करती है उन के बारे में विचार करें कि वह कितनी गलत या सही झगड़ा करती है। पत्नी के पिता से मिलिए। संभव हो तो काउंसलर्स की मदद लीजिए पर इस झगड़े को आपसी बातचीत के तरीके से हल कीजिए। चाहे उस का अंतिम बिन्दु साथ रहना हो या फिर विवाह विच्छेद। सहमति से मामला निपटेगा तो दोनों पक्षों को नुकसान कम से कम होगा।

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