तीसरा खंबा

पहली पत्नी से विवाह विच्छेद बिना उस के जीवनकाल में दूसरा विवाह अवैध है।

marriageसमस्या-

कमल कुमार ने राजनान्दगाँव, छत्तीसगढ़ से समस्या भेजी है कि-

मैं अपनी पत्नी की सहमति से दूसरी शादी करना चाहता हूँ, ये मेरे लिए आवश्यक है। इस के लिए क्या करना होगा? कारण यहाँ बता नहीं सकता। अगर कारण पर निर्भर करता है तो वे कौन से कारण हैं? क्या प्रकिया होगी इसकी?

समाधान-

प कहते हैं कि आप के लिए दूसरा विवाह जरूरी है लेकिन उस का कारण भी बताना नहीं चाहते। हमें भी वह कारण जानने की कोई इच्छा नहीं है और उस का कोई लाभ भी नहीं है।

प के नाम से लगता है कि आप हिन्दू हैं। कोई भी हिन्दू पुरुष किसी भी परिस्थिति में एक पत्नी के जीवित रहते हुए अथवा उस से विवाह विच्छेद किए बिना दूसरा विवाह नहीं कर सकता। यदि कोई भी हिन्दू पुरुष अन्यथा परिस्थिति में दूसरा विवाह करता है तो वह अवैध होगा। जिस के कानूनी परिणाम उसे और उस की दूसरी पत्नी को भुगतने पड़ सकते हैं।

क पत्नी के जीवनकाल में दूसरा विवाह करने पर पुरुष धारा 493, 494,495 व 496 के अन्तर्गत दंडनीय अपराध का दोषी सिद्ध हो सकता है और दंडित किया जा सकता है।

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