तीसरा खंबा

पहले पता लगाएँ कि आप कि पत्नी आप के साथ क्यों नहीं रहना चाहती, बाद में उपाय तलाशें।

Say-Noसमस्या-

दिब्यविजय चंदेल ने भाटापारा, छत्तीसगढ़ से पूछा है-

मेरा विवाह 19 जून 2012 को हिन्दू रीती रिवाज सेहुआ था।परन्तु विवाहके एक सप्ताह के बाद से ही मेरी पत्नी मुझे छोड़करअपनी मम्मी पापा के यहाँ रहती है, और मेरे पास आने से इनकार करती है। मुझे उनके घर वालों से कई तरह की धमकियां भी मिलती रहती हैं। जिस के कारण मेरेमम्मी पापा और मैं दहशत में रहता हूँ। आज 2 वर्ष से अधिक समय हो चुका है इनदो वर्षो में मैं लगातार कई बार अपनी पत्नी को वापस लेने के लिए कुछ लोगों कीमदद लेकर अपनी पत्नी के घर जा चुका हूँ। परन्तु मेरे पत्नी के पिता तथा भाईने भेजने से इनकार कर दिया तथा मुझे झूठे मामले में फ़ँसाने की धमकियां दी गईँ। जिस से मुझे वापस लौटना पड़ा। अब जब मैं फोन पर संपर्क करके कहता हूँ किअगर नहीं रहना चाहती तो तलाक ले लो। पर तलाक लेने से भी इनकार करती है। कृपया मेरी मार्ग दर्शन करें कि मैं क्या करूँ?

समाधान-

प की समस्या का समाधान यह है कि आप को हिन्दू विवाह अधिनियम की धारा 9 के अन्तर्गत दाम्पत्य अधिकारों के प्रत्यास्थापन के लिए न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत करना चाहिए। लेकिन आप को इस बात का भय है कि आप की पत्नी आप पर झूठे आरोप लगा कर आप को धारा 498-ए व 406 आईपीसी के मुकदमे में फँसा सकती है जिस में आप की तथा आप की माता जी की गिरफ्तारी हो सकती है। साथ में आप के माता पिता को भी लपेट सकती है। इस के साथ ही वह धारा 125 दंड प्रक्रिया संहिता, धारा 24 हिन्दू विवाह अधिनियम में तथा घरेलू हिंसा अधिनियम में आप से खर्चे की मांग भी कर सकती है। आप का यह भय अकारण नहीं है क्योंकि ऐसा सामान्य रूप से हो रहा है।

प ने अपनी समस्या तो बताई लेकिन इस बात का कारण नहीं बताया कि आप की पत्नी ऐसा क्यों कर रही है और उस के माता पिता उस का साथ क्यों दे रहे हैं? क्यों कि आप की पत्नी और उस के माता पिता के इस व्यवहार के पीछे कोई न कोई तो कारण रहा होगा।

हो सकता है उसे आप का साथ, आप के परिवार का माहौल समझ नहीं आया हो और वह आप के साथ आप के घर के माहौल में न रहना चाहती हो। हो सकता है आप की अपेक्षाएँ आज के जमाने मे पत्नी को होने वाली अपेक्षाओं से अधिक हों। हो सकता है पत्नी के अपने निजी कारण हों।

क आम कारण यह है कि हमारे यहाँ विवाह के पहले लड़के लड़की मिलते तक नहीं है। एक बार देख लेना या एक दो बार कैजुअली बात कर लेना विवाह के पहले समझ बनाने के लिए पर्याप्त नहीं होता। लड़के और लड़की को पहले ही एक दूसरे को समझने का अवसर मिलना चाहिए। विशेष रूप से लड़की को उस परिवार के सभी सदस्यों और माहौल के बारे में जानने का अवसर मिलना चाहिए जिस में उसे जा कर रहना है। लड़के को भी लड़की की मनोवृत्ति और अपने परिवार में उस की एडजस्टेबिलिटी के बारे में सोचना चाहिए। पर ऐसा नहीं होता। जिस का नतीजा वही होता है जो आप भुगत रहे हैं या आप की पत्नी को देखना पड़ रहा है।

प को उन कारणों का पता लगाना चाहिए जिन के कारण आप की पत्नी एक सप्ताह आप के साथ रह कर अब आप के साथ नहीं रहना चाहती और न ही विवाह विच्छेद करने को सहमत है। इन कारणों का पता लगाए बिना कोई भी कानूनी उपाय करना आप के लिए गलत हो सकता है जिस के परिणाम बुरे भी हो सकते हैं। यदि आप किसी तरह आप की पत्नी के आप के साथ न रहने के वास्तविक कारण का पता लगा लें तो हमें बताएँ हो सकता है हम कोई उचित आप के लिए खोज कर बता सकें। आप के इतना कह देने से कि एक सप्ताह के बाद आप की पत्नी आप के साथ रहने को तैयार नहीं है हम आप की मदद करने में स्वयं को अक्षम पाते हैं।

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