तीसरा खंबा

भूमि पर स्वामित्व का रिकार्ड कहाँ तलाश करें?

rp_land-demarcation-150x150.jpgसमस्या-

पंकज तिवारी ने झरिया, धनबाद झारखंड से समस्या भेजी है कि-

मेरे पूर्वजों ने बहुत सारी जमीन अर्जित की थी, मेरे सारे पूर्वजों का देहान्त हो चुका है, पिताजी भी नहीं रहे। मुझे अपनी किसी जमीन के बारे में कुछ जानकारी नहीं है, कोई बताने वाला भी नहीं है। कृपया ऐसा कोई कानूनी जानकारी दें जिस से मैं अपनी सारी जमीन का पता कर सकूँ।

समाधान

मीन और उस से जुड़ी सभी स्थिर संपत्तियाँ स्थावर संपत्ति हैं। यदि किसी संपत्ति के कोई कागजात नहीं हैं तो उस जमीन पर आप का कब्जा ही उस जमीन पर आप के स्वामित्व का प्राथमिक सबूत है। इस तरह जितनी जमीन आज आप के कब्जे में है उस सारी जमीन के स्वामी आप हैं जब तक कि कोई अन्य उस जमीन पर अपना स्वामित्व दस्तावेजों से न्यायालय के समक्ष साबित न कर दे। कोई भी व्यक्ति किसी का कब्जा जबरन नहीं छीन सकता यह गैर कानूनी है। यदि कब्जा छीना जाता है तो कब्जा छीने जाने के 60 दिनों की अवधि में उप जिला दंडनायक को उस की शिकायत की जा सकती है और वह धारा 145 की प्रक्रिया का अनुसरण करते हुए संपत्ति पर आप को कब्जा वापस दिला सकता है। 60 दिनों में शिकायत न करने पर फिर एसडीएम का क्षेत्राधिकार नहीं रहता। उस के बाद आप को कब्जे के लिए दीवानी वाद करना होगा।

दि आप की भूमि कृषि भूमि है तो उस का सारा रिकार्ड राजस्व विभाग में रहता है। आज कल तो यह इंटरनेट पर उपलब्ध है। आप उस रिकार्ड में इंटरनेट पर खोज सकते हैं कि कौन कौन सी जमीन आप की है और आप के पुरखों के नाम दर्ज है। यदि रिकार्ड में हेराफेरी दिखे तो पुराने राजस्व रिकार्ड देखे जा सकते हैं। आबादी भूमि का रिकार्ड आप को ग्राम पंचायत और नगरपालिका, नगरपरिषद या नगर निगमों में प्राप्त हो सकता है। जहाँ भी कोई जमीन आप को खुद या आप के पुरखों के नाम दर्ज मिले उसी रिकार्ड की प्रमाणित प्रति प्राप्त कर संग्रह करते जाएँ। इस के साथ जो जमीन आप के कब्जे में है उसे कब्जे में बनाए रखें। हो सकता है जमीन के स्वामित्व के दस्तावेज की यह तलाश लम्बे समय तक चलती रहे। पर इसे जारी रखना होगा। इसी तरह आप के पास आप की जमीन का रिकार्ड तैयार हो जाएगा।

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