राजेश ने ग्रेटर नोएडा,उत्तर प्रदेश से पूछा है-
मल्टीपल पॉवर ऑफ अटॉर्नी क्या है और ये कैसे काम करता है?
समाधान-
जब एक या कुछ कामों के लिए एक से अधिक लोगों को अपना अटार्नी नियुक्त किया जाए तो उसे मल्टीपल पावर ऑफ अटॉर्नी कहा जाता है। जिस तरह एक व्यक्ति अपनी ओर से किए जाने वाले कार्यों के लिए किसी एक व्यक्ति को पावर ऑफ अटॉर्नी दे कर अपना अटॉर्नी बनाता है उसी तरह वह एक से अधिक व्यक्तियों को भी यह अधिकार दे सकता है।
लेकिन इस तरह की पॉवर ऑफ अटॉर्नी की अपनी समस्याएँ हो सकती हैं। एक ही कार्य को दो व्यक्ति अलग अलग तरीके से कर सकते हैं। हो सकता है एक ही संपत्ति के संबंध में दोनों व्यक्ति अलग अलग संविदाएँ कर लें। वैसी स्थिति में परेशानी हो सकती है। इसलिए यह आवश्यक है कि पावर ऑफ अटार्नी में ही यह स्पष्ट किया जाए कि एक से अधिक अटार्नी किस तरह से सामंजस्य बिठाएंगे जिस से किसी कार्य में विसंगतियाँ उत्पन्न न हों।
ऐसी व्यवस्था की जा सकती है कि एक व्यक्ति अटार्नी का काम करे, जब वह काम करने की स्थिति में न हो तो उस के असमर्थता व्यक्त करने पर दूसरा अटार्नी उस काम को करे और जिस अवधि तक दूसरा काम करे उस अवधि में पहला बिलकुल काम न करे। इस तरह की व्यवस्था भी की जा सकती है कि दोनों अटार्नी एक साथ काम करें, और दोनों की सहमति के बिना कोई भी कार्य सम्पन्न हुआ नहीं माना जाए। वास्तव में मल्टीपल पावर ऑफ अटार्नी बहुत ही विशिष्ठ होनी चाहिए जिस से उस के माध्यम से संपन्न होने वाले कार्यों में विसंगतियाँ उत्पन्न न हों। जब भी इस तरह की पावर ऑफ अटार्नी निष्पादित करना हो तो किसी अनुभवी वकील को उसे दिखा कर उस की सलाह के बाद ही उसे निष्पादित किया जाना चाहिए।