समस्या-
रोहित ने शाहदरा, दिल्ली से पूछा है-
शॉर्ट टर्म जमानत क्या होती है?
समाधान –
जब कोई व्यक्ति जो संज्ञेय और अजमानतीय अपराध के आरोप में न्यायिक अभिरक्षा में रखा जाने के कारण जेल में बंद हो और उसकी नियमित जमानत अर्जी पर सुनवाई और आदेश होना शेष हो या फिर उसे निरस्त कर दिया गया हो वैसी स्थिति में शॉर्ट टर्म जमानत की स्थिति सामने आती है।
उक्त परिस्थितियों में जब भी कोई आकस्मिक स्थिति या अवसर उत्पन्न होता है जिसमें आरोपी की भागीदारी आवश्यक समझी जाए तो वह सक्षम न्यायालय के समक्ष केवल उस आकस्मिक कार्य को करने या अवसर पर उपस्थित होने के लिए आवेदन प्रस्तुत कर सकता है और सक्षम न्यायालय ऐसे आवेदन पर कुछ निश्चित दिनों के लिए अभियुक्त को जमानत पर छोड़े जाने का आदेश पारित कर सकती है। इसे शॉर्ट टर्म बेल या अल्पावधि जमानत कहा जाता है। इसे कुछ लोग पैरोल भी कहते हैं।