तीसरा खंबा

संदेह करने के स्थान पर सीधे पत्नी से बात करें।

rp_love2.jpgसमस्या-

राहुल ने केरल से अपनी उत्तर प्रदेश की समस्या लिखी है-

मैं उत्तर प्रदेश का निवासी हूँ और केन्द्रीय सरकार की नौकरी में हूँ। मेरे विवाह को 14 वर्ष हो गए हैं। मेरे 8 साल का एक पुत्र है। मेरी समस्या यह है की मेरी बीबी जो कि ज़्यादातर अपने मायके में ही रहती है। जब मैं लीव में होता हूँ तभी मेरे घर पर आती है और मेरे ड्यूटी आने पर कोई न कोई बहाना बना कर फिर मायके चली जाती है शुरू में तो हम लोगों ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया लेकिन अभी कुछ दिनों पहले पता चला कि वह किसी से बात करती है और उसके साथ घूमती है, जिससे मुझे बहुत तकलीफ़ हुई और मैं ने कई दिनों तक खाना नहीं खाया। मैं बहुत परेशान रहता हूँ।मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि क्या करूँ। क्या मुझे उससे तलाक़ मिल सकता है और यदि मुझे उसको गुज़ारा भत्ता देना पड़ा तो वो कितना होगा? या फिर मुझे क्या करना चाहिए कोई अच्छी सलाह बताएँ मैं उस को छोड़ना नहीं चाहता हूं लेकिन कहीं वह फिर से दुबारा उस से बातें करने लगे तो क्या होगा?

समाधान-

प के मामले में तलाक जैसा कुछ भी नहीं है। न तो तलाक का कोई आधार उत्पन्न हुआ है और न ही ऐसी कोई बात जिस से पत्नी से आप को किसी प्रकार की नाराजगी हो।  आप नौकरी पर चले जाते हैं उस के बाद पत्नी आप के घर रहे या फिर उस के पिता के यहाँ इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। पत्नी ने विवाह की शर्तों का कहीं भी उल्लंघन किया हो ऐसा कोई तथ्य आप की समस्या में नहीं है।

आप एक लंबे समय तक बाहर रहते हैं। पत्नी अपने मायके चली जाती है तो इस में तो कोई दोष नहीं है। वहाँ वह किसी पुरुष से मिलती है उस के साथ बाहर आती जाती है।  उस के साथ फोन आदि पर बात भी करती है तो यह तो हर नागरिक का अधिकार है। कोई भी कैसे किसी को इस अधिकार से वंचित कर सकता है?

मुझे तो लगता है कि समस्या की जड़ आप के विचारों में है। आप को लगता है कि एक पत्नी को ऐसा नहीं करना चाहिए। जब वह ऐसा करती है तो आप को धक्का लगता है और आप परेशान होने लगते हैं। सब से पहले तो आप को अपने आप को समझाना चाहिए कि आप जो शक कर रहे हैं वह गलत है। फिर भी निवारण न हो तो पत्नी के साथ इस विषय पर खुल कर बात करें। यदि वह व्यक्ति आप की पत्नी का शुभचिंतक है तो उसे आप का भी शुभचिंतक होना चाहिए। आप पत्नी से कहें कि यदि वह उस का दोस्त है तो उस से परिचय प्राप्त करने का उसे भी हक है वह उस से आप को मिलाए। आप भी उस से बात करें और पत्नी व अन्य पुरूष के संबंध को बिना किसी शक और शुबहे के समझने की कोशिश करें। फिर यदि कहीं लगता है कि इस संबंध में कुछ बुराई है तो पत्नी से बातचीत कर के उस समस्या का हल निकालें। इस तरह शक के आधार पर तलाक की सोचना और उस समस्या पर पत्नी से बात न करना उचित नहीं है। हमारी समझ में तो आप खुद पत्नी से अपनी समस्या पर बात करेंगे तो आप की समस्या खुद हल हो लेगी।

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