समस्या-
पत्नी चाहती है कि मकान का बँटवारा हो जाए और उस का हिस्सा उस के नाम कर दिया जाए। उस के माँ-बाप भी यही चाहते हैं और तीन साल से पत्नी को भेज नहीं रहे हैं। बुलाने पर गंदी गालियाँ देते हैं। मुझे क्या करना चाहिए?
-राजीव सक्सेना, उत्तर प्रदेश
समाधान-
आप के प्रश्न से ऐसा लगता है कि आप की पत्नी ऐसी संपत्ति का बँटवारा करवाना चाहती है जिस में आप का हिस्सा है। ऐसी संपत्ति में बँटवारे पर वह आप के हिस्से में आएगी, तब पत्नी यह चाहती है कि आप अपने हिस्से को उस के नाम कर दें। इस काम को विधिक रूप से करवाने का उस के पास कोई उपाय नहीं है जिस के कारण वह और उस के माता-पिता आप के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं और आप की पत्नी आप के पास आने को तैयार नहीं है।
इस मामले में आप अपनी पत्नी को या तो यह विश्वास नहीं दिला पाए हैं कि आप उसे सदैव सुरक्षा प्रदान करेंगे। या फिर स्वयं वह और उस के माता-पिता उसे आप के साथ असुरक्षित महसूस करते हैं। लेकिन कुल मिला कर आशय स्पष्ट नहीं लगता। यदि पति कोई स्थाई संपत्ति प्राप्त कर भी ले या स्वयं बना ले और उस के एक भाग को पत्नी उस के नाम करवाना चाहे तब तक तो उस की यह मांग उचित समझी जा सकती है। लेकिन वह पूरी संपत्ति की स्वामिनी बनना चाहे और उसे बना भी दिया जाए तो वह जिस तरह अभी आप के साथ व्यवहार कर रही है उस से कहीं अधिक बुरा व्यवहार कर सकती है। वैवाहिक संबंधों की बुनियाद सदैव आपसी विश्वास होता है संपत्ति नहीं। यदि आप समझते हैं कि आप की पत्नी के साथ आप का कोई निबाह नहीं हो सकता है तो आप को उसे स्पष्ट बताना चाहिए कि पारिवारिक संपत्ति का बँटवारा अभी संभव नहीं है क्यों कि वह संपत्ति संयुक्त परिवार की न हो कर आप के पिता जी की है और उन के जीते जी आप को बँटवारा कराने का अधिकार नहीं है। इस के बाद भी आप की पत्नी जिद पर रहती है तो आप उस से संबंध विच्छेद करने के बारे में सोच सकते हैं। इस के लिए आप के पास यह आधार मौजूद रहेगा कि वह संपत्ति प्राप्त करने लिए आप के साथ वैवाहिक कर्तव्य का पालन नहीं कर रही है और उस ने आप का साथ छोड़ रखा है। आप इस आधार पहले दाम्पत्य की पुनर्स्थापना के लिए आवेदन कर सकते हैं। यदि पत्नी आप के साथ आ कर रहने को तैयार हो तो ठीक है। अन्यथा आप विवाह विच्छेद के लिए आवेदन कर सकते हैं।