तीसरा खंबा

संशोधित अंक-सूची के लिए उपभोक्ता अदालत में आवेदन किया जा सकता है

राज ने पूछा है —
 

सर जी,
मैने देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में अपनी बी.ए. की अंक-सूची की मूल प्रति पिताजी का नाम सुधार करने हेतु दी थी।  लेकिन 3 माह बाद मैं ने वहा जाकर अंक-सूची मांगी तो बाबू ने कहा अंक-सूची गुम हो चुकी है, मुझे पता नहीं।  मेरे पास रसीद है, मुझे क्या करना चाहिए।  जल्दी समाधान भेजें। मैं आपका आभारी रहूंगा।


समाधान — 

राज जी,

प के पास अंक-सूची जमा कराने की रसीद है, आप पुनः एक आवेदन विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के नाम  लिख कर दें। जिस में सारी बात लिखें कि आप ने अंक-सूची किस कारण से और कब जमा कराई थी और उस में प्रार्थना करें कि आप को आप के पिताजी का सही नाम अंकित कर के संशोधित अंकसूची प्रदान की जाए। साथ में अंक-सूची की रसीद की फोटो प्रति संलग्न करें। हो सके तो यह आवेदन आप स्वयं रजिस्ट्रार को व्यक्तिगत रूप से दें। आप की समस्या का समाधान हो जाना चाहिए। यदि एक-दो सप्ताह में आप की समस्या का समाधान न हो तो किसी वकील से एक विधिक नोटिस रजिस्ट्रार को भिजवाएँ। इस के उपरांत भी समाधान न होने पर आप चाहें तो जिला उपभोक्ता समस्या प्रतितोष मंच में शिकायत प्रस्तुत कर सकते हैं। वहाँ आप की समस्या का समाधान हो जाएगा।

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