तीसरा खंबा

सचाई के साथ खड़े रहें।

समस्या-

राम भजन ने ग्राम-रालामऊ, जिला-सीतापुर उत्तरप्रदेश

मेरी पुत्री कि शादी 26 जून 2020को हुई थी। शादी के बाद लगभग कुछ दिन सही चला। उसके बाद लड़ाई होने लगी। मेरी पुत्री की सास ने उसको परेशान करना शुरू कर दिया। ससुर ने भी मेरी पुत्री को मारा पीटा। कारण यह था कि मेरी छोटी पुत्री ने  लव मैरिज कर ली थी, जिसका यह सब लोग विरोध कर रहे थे।  दो माह पूर्व मेरी पुत्री मायके में चली आई। मेरा दामाद मेरी पुत्री से बात करना बंद कर दिया था। 25.07.2021 को मेरी पुत्री मायके से बिना किसी से बात किये संधिगत से चली गई। मैं और मेरे परिवार ने सारी जगह देखा, पर कहीं पता नहीं चला। शाम को पुलिस द्वारा सूचना मिली कि तुम्हारी लड़की ने ससुराल में फाँसी लगा लिया है। हम लोग वहां पहुचे तो लड़की कीचड़ में पड़ी थी और पोस्टमार्टम की तैयारी हो रही थी। अब मेरी रिपोर्ट लिख गई है दो लोग पकडे गए हैं और लड़के वाले सुलह समझौता करने का दबाव बना रहे हैं। क्या इसमें सुलह समझौता हो सकता है? मुझे क्या करना चाहिए कृपा मार्गदर्शन करें।

समाधान-

यह मामला गंभीर है इस मामले में किसी तरह का कोई समझौता नहीं हो सकता। न ही न्यायालय इस तरह के मामले को समझौते के आधार पर समाप्त कर सकती है।

लड़के वाले जानते हैं कि उन्होंने दोनों ही सूरत में गलती की है, जबकि लड़की ने खुद फाँसी लगाई हो, या फिर उसकी हत्या करके उसे आत्महत्या की शक्ल दी हो।

लड़के वालों की कोशिश है कि किसी तरह आप मान जाएँ और सही बयान देने के बजाय यह मान लें कि यह आपकी पुत्री द्वारा की गयी आत्महत्या थी जिसके पीछे उसके ससुराल वालों का व्यवहार नहीं था। तो उनका मुकदमा अदालत से सबूतों के अभाव में निरस्त हो जाएगा। यह भी हो सकता है कि पुलिस वालों से उन्हों ने कोई साँठगाँठ की हो और पुलिस इस बात पर तैयार हो गयी हो कि आपके पक्ष के गवाहों के बयान बदल के पुलिस ले ले और मामले में अन्तिम रिपोर्ट इस बात की लगा दे कि कोई मामला नहीं बनता और यह केवल एक आत्महत्या है।

हमारी राय यह है कि आपकी बेटी के साथ दोनों ही स्थितियों में अन्याय हुआ है। आपको चाहिए कि आप उसके साथ अन्याय करने वालों को दंडित कराएँ। इस कारण हमारी राय तो यही है कि आप सचाई के साथ बने रहें और उसी के अनुसार आचरण करें।

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