तीसरा खंबा

सभी पाठकों को नव-वर्ष पर असीम शुभकामनाएँ! सभी को नववर्ष मुबारक हो!

       दिनेशराय द्विवेदी और बी.एस.पाबला

 

मित्रों और पाठकों!

वर्ष 2018 में तीसरा खंबा ने नई ऊँचाइयाँ छुईं। कहते हैं कि एक सिख सवा लाख के बराबर होता है। जब तीसरा खंबा को मित्र बी.एस.पाबला जी का साथ मिला हुआ है तो वह ये ऊँचाइयाँ क्यों न छूता? विगत वर्ष मई माह में कुल रीड्स की संख्या 2,80,956 तक पहुंच गयी। बाद में सुरक्षा प्रमाण पत्र और सुरक्षा के अन्य पेंचो के चक्कर में वह घटी भी। लेकिन उस पर भी हमने नियंत्रण पाया और अब फिर से रीड्स की संख्या फिर लगातार बढ़ रही है।   

तीसरा खंबा ब्लागस्पॉट पर एक ब्लाग के रूप में आरम्भ हुआ था। 1 जनवरी 2012 को इसे इस साइट में बदला गया। यह रूप धारण करने के बाद इस के पाठकों में वृद्धि हुई। इन सात वर्षों में इस के 27 लाख से अधिक रीड्स हो चुके हैंयह हिन्दी की किसी भी अव्यवसायिक साइट के लिए जिसे दो व्यक्ति मिल कर अपने खुद के संसाधनों से चला रहे हों एक कीर्तिमान हो सकता है।

बहुत से पाठक चाहते हैं कि उन की समस्या का समाधान तुरन्त दिया जाए। अनेक पाठकों की यह इच्छा रहती है कि उन की समस्या का समाधान प्रस्तुत करने के बाद भी वे हम से लगातार मार्गदर्शन प्राप्त करते रहें। लेकिन फिलहाल यह संभव नहीं है। हिन्दी भाषा मे इस काम को करने में बहुत चुनौतियाँ हैं। सब से पहले तो हमें बहुत कम समस्याएं देवनागरी हिन्दी में प्राप्त होतीं हैं। अंग्रेजी या रोमन लिपि में लिखी हिन्दी में होती हैं। हमें उन्हें देवनागरी हिन्दी रूप देना पड़ता है।  भारत में सारा केन्द्रीय कानून अंग्रेजी में तो इंटरनेट पर उपलब्ध है, लेकिन नियम व उपनियम आदि उपलब्ध नहीं हैं। राज्यों की विधियाँ तो बिलकुल उपलब्ध नहीं हो पातीं। इस कारण राज्य की विधियों से संबंधित विधिक समस्याओं के हल में परेशानी होती है। इन समस्याओं के हल के लिए यह आवश्यक है कि तीसरा खंबा का अपना एक ऐसा विस्तृत ग्रंन्थागार हो जिस में भारत और उस के सभी राज्यों की विधियाँ, नियम और उपनियम उपलब्ध हो सकें। लेकिन यह एक बड़ा काम है जो समय, श्रम और धन तीनों चाहता है। इस आवश्यकता को पूरा करना फिलहाल असंभव है। हमारे साधन सीमित हैं। केवल दो व्यक्ति अपने निवेश, श्रम और बचे हुए समय से इस साइट को चला रहे हैं।

फिर भी हम सोच रहे हैं कि हिन्दी पाठकों के लिए इस एक अकेली अनूठी साइट को किस तरह से बेहतर बनाया जा सकता है। हम पाठकों और मित्रों से भी चाहते हैं कि वे भी अपने सुझाव हमें दें। जिस से इस साइट की उपयोगिता में वृद्धि हो। ऐसा कोई भी सुझाव इसी पोस्ट की टिप्पणियों में अंकित किया जा सकता है।

यह नया वर्ष 2019 ईस्वी सभी पाठकों और मित्रों के जीवन में अनन्त खुशियाँ लाए, इसी शुभकामना के साथ

आप का

दिनेशराय द्विवेदी

 

Exit mobile version