तीसरा खंबा

ससुराल वालों की सहमति से पत्नी की चिकित्सा कराएँ

 
 तरुण शर्मा ने पूछा है …

मेरी शादी को चार वर्ष हो गए हैं, एक साल पहले मेरी दो बेटियाँ हुईं। मेरी पत्नी का व्यवहार मेरे प्रति अच्छा नहीं रहा। बच्चियों से भी उस का कोई लगाव नहीं है। 25 दिन की बच्चियों को छोड़ कर मुझ से लड़ झगड़ कर मायके चली गई। दोनों परिवारों के काफी समझाने के बाद वह वापस आयी और बेमन से बच्चियों की देखभाल करती रही। बात बात पर लड़ने को उतारू रहती है। मेरी 59 वर्षीय माँ अध्यापिका है, उन्हें गंदी गंदी गालियाँ देती रहती है, बद्तमीजी करती है। न तो वह अपने मायकेवालों की सुनती है और न ही मेरे घर वालों की सुनती है। दोनों बच्चियों को ले कर अकेली रहना चाहती है। मेरी मोबाइल की दुकान है जो कोई खास नहीं चलती है। माँ और मैं मिलजुल कर घर का खर्च चलाते हैं। मैं जानता हूँ कि वह अकेले दोनों बच्चों को नहीं पाल सकती। इधर माँ का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता है उन की देखभाल मैं ही करता हूँ। उन को छोड़ कर अलग रहने की सोच भी नहीं सकता। पर पत्नी के अलगे रहने की जिद और क्लेश का कोई स्थाई समाधान नहीं मिल रहा है। कृपया मुझे बताएँ कि उस की जिद के कारण मुझे अलग होना पड़ेगा या पत्नी से तलाक लेने का कोई विकल्प मेरे पास है? क्या मुझे माँ को छोड़ना पड़ेगा? क्या मुझे तलाक मिल सकता है? क्या मुझे बच्चे मिल जाएंगे। क्या मुझे पत्नी का खर्चा भी देना पड़ेगा? 
 उत्तर –
तरुण जी,
प ने जो विवरण दिया है उस से लगता है कि आप निश्चित समस्या में हैं। माँ  को इस पकी उम्र में  अकेले छोड़ना उन के प्रति सब से बड़ी अमानवीयता होगी। जिस की अनुमति कोई भी किसी भी परिस्थिति में नहीं देगा। पत्नी जैसी भी है वह दुविधा और परेशानियाँ खड़ी कर रही है, आप उस से निजात पाना चाहते हैं। पत्नी बेटियों को ठीक से नहीं पाल रही है और बेटियों को आप अपने साथ रखना चाहते हैं। मुझे नहीं लगता कि आप बेटियों को अपनी माता जी की मदद से पाल सकेंगे जब कि माताजी अस्वस्थ रहती हों। फिर जिस पत्नी का आप त्याग करना चाहते हैं वह उन बेटियों की माँ भी है। मुझे नहीं लगता कि इस समय पत्नी से तलाक लेने का विचार करना उचित है। 
प की दूसरी समस्या आप की आय का कम होना है। आप को उसे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। माँ सदैव सहयोग करने के लिए नहीं रहेंगी। आप अपनी दुकान में मोबाइल के साथ कुछ अन्य तरह के काम भी आरंभ कर सकते हैं जिस से आप की आय बढ़े और आर्थिक सक्षमता आ सके।  तलाक के लिए पत्नी के व्यवहार को क्रूरता मानें तो एक आधार हो सकता है। लेकिन मुझे वह पर्याप्त प्रतीत नहीं होता जिस से आप को तलाक मिल सके। फिर यदि आप पत्नी को तलाक देते हैं तो आप को उस का खर्चा देना ही होगा, जिसे संभवतः आप देने में असमर्थ रहेंगे।
विवरण से ऐसा प्रतीत होता है कि आप की पत्नी किसी मानसिक रोग से ग्रस्त हैं। आप के ससुराल वाले इस बात को जानते हैं।  वे आप की पत्नी को समझाते भी हैं, इस तरह उन का सहयोग भी आप को प्राप्त है। ऐसी स्थिति में आप की पत्नी क्रोध की नहीं दया की पात्र है। आप को अन्य सभी  विचारों को त्याग कर सब से पहले आप को अपने ससुराल वालों से बात कर के आप की पत्नी को किसी मानसिक रोग विशेषज्ञ चिकित्सक को दिखाना चाहिए। इस तरह का रोग काउंसलिंग तथा कुछ दवाओं के प्रयोग से ठीक हो सक