समस्या-
मैंने होम लोन लेकर मकान बनया। घर मे पापा, भाई, भाभी और मेरा परिवार 9 लोग रहते हैं। पापा किराने का पूरा सामान लाते हैं। भाई साहब लाइट का बिल लगभग रुपए 2000/- हर महीने भरते हैं। मैं होम-लोन की मासिक किस्त रुपए 7500/- देता हूँ। भाई ने अपना घर बनवा लिया है, पर हमारे साथ में ही रहते हैं। अपने मकान को किराये पर दे रखा है। प्लाट मैंने ही ख़रीदा था। क्या भविष्य में मेरे भाई व पापा मकान पर अपना हक जताकर हिस्सा मांग सकते हैं?
-संजीव, गुना (म.प्र.)
समाधान-
किसी को भी उचित अनुचित मांग करने से कोई नहीं रोक सकता। आप के पिता व भाई उसका अपवाद हो सकते हैं। पर जीवन में हमेशा खराब हो सकने वाली चीजों से निबटने की तैयारी रखनी चाहिए। यदि भूखंड़ आपने खरीदा है और उस की रजिस्ट्री आप के नाम है और मकान आपने खुद अपने नाम से ऋण लेकर बनाया है तो मकान पर स्वामित्व आपका है।
यदि किसी वक्त आप के साथ रहने वाला कोई भी संबंधी के मकान में अपना हिस्सा मांगने लगें तो भी उन का दावा नहीं चलेगा। लेकिन यदि वे आप का मकान न छोडना चाहें तो आप के लिए उनसे मकान खाली कराना एक समस्या हो सकती है। आज की स्थिति में वे आप की अनुमति से मकान में निवास कर रहे हैं। जिसे हम कानून की भाषा में लायसेंस कहते हैं। अर्थात वे एक अलिखित लायसेंस के आधार पर आप के मकान में निवास कर रहे हैं। उन्हें निकालने के लिए आप को यह करना होगा कि उन्हें नोटिस दे कर उनका लायसेंस निरस्त करना होगा। उस के बाद आप को उन्हें बेदखल करने के लिए मकान के जिस हिस्से में वे रहते हैँ उस हिस्से का कब्जा प्राप्त करने का वाद संस्थित करना होगा। इस वाद को संस्थित करने के लिए आप को मकान के जितने हिस्से में वे निवास करते हैं उसके बाजार मूल्य के आधार पर न्यायशुल्क अदा करना होगा।
आप के साथ रहने वाले आप के संंबंधी और भाई समझदार हैं और संबंधों तथा संपत्ति के मामले में भावनात्मक चीजों पर पारदर्शिता को महत्व देते हैं तो उन से एक औपचारिक किरायानामा लिखा कर रखा जा सकता है चाहें उस में किराया टोकन रूप में एक रुपया प्रतिमाह ही क्यों न रखा जाए। वैसी स्थिति में आप किराएनामे के आधार पर उन से मकान खाली कराने के लिए किराया कानून के अंतर्गत वाद संस्थित कर सकते हैं जिस में 12 माह के किराए के आधार पर मकान खाली करने का वाद संस्थित किया सकता है।