प्रिय पाठकों!
तीसरा खंबा का उद्देश्य ब्लॉग शीर्षक के नीचे अंकित है, जो इस प्रकार है …..
भारतीय कानून और न्याय प्रणाली पर चर्चा का मंच
तीसरा खंबा ब्लाग ने आरंभ से आज तक इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए काम किया है। इस बीच यह महसूस किया कि बहुत लोग कानूनी समस्याओं में उलझे रहते हैं और किसी जानकार वकील की सलाह लेने जाने के स्थान पर अन्य लोगों से सलाह लेते हैं और उन्हें मिली गलत सलाह के कारण अपनी हानि कर बैठते हैं। इस लिए तीसरा खंबा के माध्यम से इस तरह के लोगों को कानूनी सलाह भी उपलब्ध कराई जाए। इसी को ध्यान में रख कर इस ब्लाग पर कानूनी सलाह देना आरंभ किया गया। कानूनी सलाह आम तौर पर लोगों को इस ब्लाग पर प्रकाशित होने वाले उत्तरों के माध्यम से दी जाती है। जिस में इस बात का ध्यान रखा जाता है कि अन्य पाठकों को भी यह जानकारी मिल सके कि उस तरह की परिस्थितियों में क्या करना चाहिए। अब तक यह तीसरा खंबा का यह प्रयास सफलता के साथ चला आ रहा है। यथा संभव सभी लोगों की समस्याओँ, जिज्ञासाओं और प्रश्नों का उत्तर देने का प्रयास भी किया जाता है। पिछले दिनों अचानक बहुत सी समस्याएं, जिज्ञासाएँ और प्रश्न तीसरा खंबा के पास उपस्थित हो गए हैं। जिन का सब का त्वरित उत्तर दे पाना संभव नहीं हो पा रहा है।
हम सभी का उत्तर देना चाहते हैं। इस कारण से हम यह करने जा रहे हैं कि एक जैसी समस्याओं का उत्तर एक साथ दे दिया जाए। जिस से प्रश्न कर्ता को उस की समस्या का हल भी मिले और अन्य पाठकों की कानूनी जानकारी में वृद्धि भी हो। हम प्रश्न कर्ता को उस के प्रश्न का उत्तर ई-मेल से भी प्रेषित करते हैं। अनेक बार ऐसे प्रश्नकर्ताओं से हम समस्या के बारे में और तथ्य भी जानना चाहते हैं और इस के लिए उन से मेल पर संपर्क करते हैं। लेकिन कुछ प्रश्नकर्ताओं द्वारा मेल पता गलत भरा जाता है और उन्हें भेजा गया मेल उन्हें प्राप्त हुए बिना ही वापस लौट आता है। जिस से समस्या का पूरा विवरण नहीं प्राप्त नहीं होता इस कारण से हम उन का उत्तर भी नहीं दे पाते हैं। यह भी हो सकता है कि प्रश्नकर्ता अपनी पहचान सार्वजनिक न होने देने के लिए उसे छुपाने के लिए अपना सही मेल पता हमे न देते हों। यदि कोई प्रश्न कर्ता अपनी पहचान छुपाना ही चाहता है तो वह विशेष रूप से हमें बता सकता है कि उस की पहचान सार्वजनिक न की जाए। हम उसे सार्वजनिक नहीं करेंगे। लेकिन जो प्रश्नकर्ता अपना सही मेल पता हमें नहीं देना चाहते हैं, तीसरा खंबा को खेद है कि हम उस का उत्तर न तो व्यक्तिगत रूप से उस प्रश्नकर्ता को देंगे और न ही ब्लाग पर उस का कोई उत्तर देंगे। इस के लिए हमने यह करना आरंभ किया है कि जब भी कोई समस्या तीसरा खंबा को प्राप्त होती है तो हम दिए गए मेल पते पर प्रश्न प्राप्त होने का ई-मेल प्रेषित करते हैं। यदि वह ई-मेल प्रश्नकर्ता को प्राप्त हुए बिना ही वापस लौट जाता है तो हम उस के प्रश्न को स्पेम घोषित कर देते हैं और उस का जवाब नहीं देते।
तीसरा खंबा अब तक व्यावसायिक मंच नहीं है। यह केवल कानून, न्याय प्रणाली के प्रति आम लोगों की जागरूकता बढ़ाने, उन्हें न्याय प्रणाली की वास्तविकताओं से परिचित कराने और हिन्दी में कानूनी जानकारी को प्रस्तुत करने के उद्देश्य से आरंभ किया गया था। अभी तक इस का एक मात्र कर्ताधर्ता मैं अकेला हूँ। हाँ मुझे कुछ ब्लागर साथियों का तकनीक