तीसरा खंबा

जन्म प्रमाण-पत्र में दत्तक माता-पिता का नाम दर्ज नहीं हो सकता

समस्या-

चंद्र प्रकाश जैन ने मानसरोवर, जयपुर, राजस्थान से पूछा है-

में अविवाहित हूँ, उम्र-35 वर्ष है। मैंने अपने छोटे भाई के एक साल के बच्चे को गोद लिया है, जिसका गोद नामा बनाया है और रजिस्टर कराया है। उसके जन्म प्रमाण-पत्र में पिता के स्थान पर मेरा नाम कैसे दर्ज होगा? और माता का नाम क्या रहेगा..? भविष्य में मेरी शादी होती है तो जन्म प्रमाण-पत्र में बच्चे की माता के नाम के स्थान पर मेरी भावी पत्नी का नाम दर्ज हो जायेगा क्या..?

समाधान-

जन्म प्रमाण-पत्र जन्म के दिन की स्थिति को प्रदर्शित करता है। जिस समय बालक का जन्म हुआ तब उसके नैसर्गिक पिता और माता और थे। इस कारण जन्म प्रमाण-पत्र में उसके नैसर्गिक माता-पिता का नाम अंकित है और वह सही है।

यदि किसी तरह आप बालक के जन्म प्रमाण-पत्र में अपना नाम दर्ज पिता के स्थान पर दर्ज करा लेते हैं तो वह जन्म प्रमाण-पत्र झूठा और फर्जी हो जाएगा क्योंकि आप जन्म के समय उसके पिता नहीं थे।

आपकी समस्या यह है कि आप बालक के पिता कहलाएँ और विवाह करने पर आपकी पत्नी बालक की माता कहलाए। अब जहाँ भी बच्चे के माता पिता का नाम दर्ज करना होगा वहाँ प्रमाण के रूप में आपको जन्म प्रमाण-पत्र तथा गोदनामा की प्रतियाँ प्रस्तुत करनी होंगी और सब स्थानों पर जहाँ बच्चे का नाम गोद लेने के बाद दर्ज होगा वहाँ आपका और आपकी पत्नी का नाम दर्ज हो जाएगा। बच्चा अब जन्म प्रमाण पत्र से नहीं बल्कि गोदनामे से पहचाना जाएगा। उसमें दत्तक देने वाले माता-पिता का नाम दर्ज है। जन्म प्रमाण-पत्र का महत्व इतना है कि दत्तक देने वाले माता-पिता दत्तक बालक के नैसर्गिक माता-पिता थे और उन्होंने बालक को आपको दत्तक ग्रहण करा दिया है। स्कूल में बच्चे के पिता और माता के रूप में आपका और आपकी पत्नी का नाम ही लिखा जाएगा।

आपकी समस्या केवल मानसिक है। जन्म-प्रमाण पत्र सही है। उसे सही रहने दीजिए। जन्म प्रमाण-पत्र में कोई संशोधन सम्भव नहीं है।

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