समस्या-
लखनऊ, उत्तर प्रदेश से नागेश्वर ने पूछा है-
कुछ दिनों पहले मेरे चाचा जो कि लखनऊ में ही स्कूल टीचर हैं, ने मुझे टाटा फोटॉन का इंटरनेट कनेक्शन लेकर दिया था। जिसमें दो महीने तक का यूजर डाटा फ्री था। तथा कनेक्शन देने वाले ने बताया था कि दो महीने बाद इसमें नया प्लान एक्टिवेट करवाना होगा अन्यथा ये बंद हो जायेगा। मेरे पास लखनऊ का कोई आवासीय पहचान पत्र न होने के कारण उसने मेरे चाचा के स्कूल के पैड पर उनकी फोटो, स्कूल की मोहर लगवाकर ले ली थी और तथा कनेक्शन चालू कर दिया था। तकरीबन एक महीने बाद वो डिवाइस खराब हो गयी तो मैने कंपनी के टोल फ्री नम्बर पर कॉल करके डिवाइस के बारे में सूचना दे दी। तब दूसरी ओर से मुझे बताया गया कि आपकी डिवाइस बंद कर दी गयी है। अब तकरीबन 4 महीने बाद कंपनी मेरे चाचा के पास 1499 रुपए का बिल भेजा तथा वसूली करने के लिए जो व्यक्ति आते है वे धमकाते है तथा बिल न जमा करने पर चाचा के ऊपर कानूनी कार्यवाही की धमकी देते है। जब कि मैंने न तो कोई प्लान एक्टिवेट कराया था और दो महीने डाटा फ्री होने पर भी डिवाइस खराब हो जाने पर पूरा इस्तेमाल नहीं कर सका था। क्या हमारे चाचा पर कोई कानूनी कार्यवाही बनती है तथा जब मैने कोई प्लान एक्टिवेट नहीं करवाया फिर भी मुझे बिल जमा करना पड़ेगा?
समाधान-
आप की इस समस्या में कुछ तथ्य छूटे हुए प्रतीत होते हैं। आप ने यह नहीं बताया कि आप ने जो कनेक्शन लिया था व प्री-पेड था या पोस्ट पेड
कंपनी से आप को दो माह यूजर डाटा मुफ्त मिला भी था तो एक माह में योजना को डी-एक्टीवेट कर देने पर उस कि शिकायत करनी चाहिए थी और यह पूछना चाहिए था कि आप की योजना डीएक्टीवेट क्यों की गई है? कोई भी कंपनी लाभ के लिए व्यवसाय करती है। ऐसी योजना कभी बाजार में नहीं डालती जिस में बिना कुछ लिए दिए दो माह तक इंटरनेट कनेक्शन को मुफ्त उपयोग करने दे और बाद में उपभोक्ता की मर्जी पर छोड़ दे कि वह चाहे तो उस कनेक्शन को जारी रखे या न रखे। मुझे लगता है कि आप की योजना में ही एक्टीवेशन कराना था और उस पर ही आप को दो माह का यूजर डाटा मुफ्त प्राप्त होता। आप के द्वारा एक्टीवेशन नहीं कराए जाने के कारण उन्हों ने योजना को बंद कर दिया और आप के द्वारा उपयोग किए गए डाटा का बिल आप को भेज दिया गया। इस तरह आप को जो क बिल दिया गया है वह सही प्रतीत होता है।
फिर भी किसी बिल का भुगतान प्राप्त करने का तरीका यह नहीं हो सकता है कि किसी व्यक्ति को आप के पास भेजा जाए और वह धमकियाँ दे। अधिक से अधिक एक व्यवसाई बिल के भुगतान के लिए उपभोक्ता के विरुद्ध दीवानी वाद प्रस्तुत कर सकता है। इस तरह बिल वसूल करने के लिए धमकाना अपराधिक है।
इस मामले में हमारी सलाह है कि आप पहले पूरी योजना को ठीक से जाँच लें। यदि आप को दिया गया बिल सही प्रतीत होता है तो आप उस का भुगतान कर दें। आप ने डाटा उपयोग किया है तो उस का भुगतान आप को करना चाहिए। यदि आप को लगता है कि बिल गलत है तो आप अब की बार वसूल करने आने वाले को साफ कह दें कि आप का कोई बकाया नहीं है और कंपनी चाहे तो मुकदमा कर सकती है। यदि वह धमकाता है तो आप उस के विरुद्ध पुलिस थाने में शिकायत कर के मुकदमा दर्ज करवाएँ।