दीपक शर्मा ने पानीपत, हरियाणा से पूछा है-
मेरी शादी को 7 महीने हो गये हैं, लेकिन मैं किसी और से प्यार करता हूँ, जिससे मैं शारीरिक संबंध भी बना चुका हूँ। एक माह के बच्चे का अबोर्शन भी करवा चुका हूँ। इन सब बातों को मैं अपनी पत्नी को भी बता चुका हूँ। मैं अपनी प्रेमिका को अपने साथ ही रखना चाहता हूँ। इस से मेरी पत्नी को भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन मैं अपनी पत्नी को भी नहीं छोड सकता। कृपया मुझे कोई तरीका बताएँ जिससे मैं दोनों को एकसाथ रखते हुए उनको समान अधिकार दिलवा सकूँ। कृपया मुझे उचित समाधान बताएँ?
समाधान-
आप ने यह क्या कर लिया है और अब क्या करने जा रहे हैं? औरत कोई वस्तु या पालतू पशु नहीं है जो पूरी तरह पुरुषों की पालतू हो कर रहने लगेगी। आप की समस्या में सब से महत्वपूर्ण बात यह है कि कोई भी पुरुष एक से अधिक पत्नी नहीं रख सकता। विवाह के उपरान्त पत्नी के सिवाय दूसरी स्त्री से यौन संबंध नहीं रख सकता। यदि दूसरी स्त्री से संबंध रखेगा तो पत्नी इसी आधार पर उस से अलग रहने और भरण पोषण प्राप्त करने की अधिकारी तो होगी ही वह आप से तलाक की भी अधिकारी होगी और जब तक वह पुनर्विवाह नहीं कर लेती है तब तक आप से भरण पोषण प्राप्त करने की अधिकारी होगी।
पत्नी का अधिकार तो तभी भंग हो गया जब आप ने उसे बता दिया कि आप किसी को प्रेम करते हैं और साथ रखना चाहते हैं। यदि आप उसे घर नहीं भी लाते और बाहर ही प्रेमिका से संबंध रखते हैं तब भी पत्नी का अधिकार तो बाधित हो ही गया। प्रेमिका से विवाह न कर के दूसरी स्त्री से आप ने विवाह किया इस तरह प्रेमिका के पत्नी बनने के अधिकार को समाप्त ही कर दिया है। इस कारण आप दोनों के अधिकारों की बात तो न ही करें। पत्नी के साथ प्रेमिका से संंबंध रखते हुए दोनों के अधिकारों की बात करना पाखंड है।
आप ने दूसरा विवाह कर के गलती की है। आप को दोनों में से किसी एक को त्यागना पड़ेगा। आप तीनों मिल कर यह तय कर लें कि आप किस के साथ रहेंगे। यदि पत्नी के साथ रहना है तो प्रेमिका को त्याग दें। यदि प्रेमिका को छोड़ नहीं सकते हैं तो पत्नी से तलाक ले लें। उसे जो कुछ देना हो दें और खुद उस का दूसरा विवाह कराएँ। यही बेहतर है। वर्ना आप तीनों की उम्र आपस में कानूनी लड़ाइयाँ लड़ते लड़ते गुजर जानी है।