42 वर्ष की यह तेज तर्रार वकील रुड़की के एक परिवार से हैं। तीन वर्ष की उम्र में वे अपने पिता डॉ. महेन्द्र बंसल के साथ अमरीका चली गई थीं। वे न्यूयॉर्क की पहली भारतीय सॉलिसिटर जनरल रह चुकी हैं और तभी से सुर्खियों में हैं। वे अमरीकी सुप्रीम कोर्ट, स्टेट और फेडरल कोर्ट में अटॉर्नी जनरल के ऑफिस में 600 वकीलों के बीच सहयोग स्थापित कर चर्चा में आयी थीं। अपनी विश्लेषण की जबर्दस्त क्षमता और परिपक्वता के कारण उन्हें अपनी पीढ़ी के वकीलों में एक सौगात माना जाता है। क्लिंटन प्रशासन के दौरान वे 1993 से 1996 तक व्हाइट हाउस में विशेष परामर्शदाता और अमरीकी न्याय विभाग में सलाहकार रह चुकी हैं।