समस्या-
रमेश कुमार ने गुडामालानी, बाडमेर, राजस्थान से पूछा है-
मेरी शादी वर्ष 2011 मे हुई थी कुछ समय तक तो हमारे वैवाहिक सम्बध ठीक रहे। लेकिन वर्ष 2014 के बाद मेरी पत्नी मेरे साथ बुरा व्यवहार करने लगी। घर में लडाई-झगडा करने लग गई और मुझे परेशान करने लगी, अब मेरे साथ नही रह रही है व मेरी 1 साल की बच्ची को लेकर पीहर में रह रही है। जबकि मैं मेरे साथ रखना चाहता हूँ। वह कह रही है कि मैं धारा 125 के तहत भरण पोषण की मांग करूंगी जबकि मैं पढाई करता हूँ। मेरे पढ़ाई का खर्चा भी मेरे पिताजी देते हैं। मेरे पास कोई जाँब नहीं है। धारा 125 के तहत न्यायलय कितना भरण पोषण दिला सकता है अगर मैं भरण पोषण नहीं दे पाता हूँ तो मुझे कितनी सजा मिल सकती है।
समाधान-
भाई, आप की समस्या भारी है। आप अभी कमाते नहीं हैं, फिर भी आप ने शादी कर ली है, यहाँ तक कि बच्चा भी है। शादी भी आप ने अपनी मर्जी से तो नहीं की होगी। घर वालों ने दबाव डाला होगा तभी शादी की होगी। अब आप घर वालों से कहिए कि जो भी परिणाम ह वह आप भुगतिए। यदि अदालत भरण पोषण का आदेश देती है तो उस की पालना भी आप के परिवार वाले करेंगे। वर्ना जब भी आप एक माह का भरण पोषण न देंगे आप को एक माह के लिए जेल भेज दिया जाएगा और महिने के पहले बाहर तब आएंगे जब बकाया राशि आप अदा कर देंगे। फिर अगले माह भरण पोषण बकाया हो जाएगा और फिर जेल जाने की तैयारी हो जाएगी। आप के घर वालों को आप के साथ इतनी ज्यादती नहीं करनी चाहिए थी। विवाह तो तभी करना चाहिए था जब आप खुद कमाने लगते और पत्नी व बच्चों के भरण पोषण में सक्षम हो जाते।
आप सोचिए, तीन साल तक आप की पत्नी ने अच्छा व्यवहार किया और अब तीन साल बाद बुरा व्यवहार कर रही है, इस का कारण क्या है? भारतीय परिवारों में लड़कों की किशोर पन में ही शादी कर दी जाती है। उस के बाद भी लड़का यदि कमाने नहीं लगता है तो सारे ताने उस की पत्नी को सहन करने होते हैं। यही कारण है कि आप की पत्नी ने पहले तो उन तानों को सहा होगा, फिर प्रतिरोध किया होगा और फिर वह मायके चली गयी।
बच्चा आप का है तो उस का भरण पोषण तो आप को देना होगा और पत्नी का भी। यह दोनों मिला कर 4 हजार से 10 हजार प्रतिमाह तक हो सकता है। आप घर वालों को बता दें कि आप जब तक पढ़ाई पूरी कर कमाने नहीं लगते यह सब तो परिवार को करना पड़ेगा। यही एक मात्र उपाय है। कमाने लगेंगे तो पत्नी भी आप के साथ आ कर रहने लगेगी।