तीसरा खंबा

अनुकंपा नियुक्ति के लिए पत्नी सब से अधिक योग्य व्यक्ति है।

समस्या-

अजय कुमार शर्मा ने तहसली थानागाजी , जिला अलवर, राजस्थान से समस्या भेजी है कि-

क सरकारी कर्मचारी ने अपनी सेवा पुस्तिका में माता को नोमिनी बना रखा था। उस की मृत्यु हो गयी है। इस कर्मचारी ने भी अपने पिता के स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त की थी। क्या मृत्यु के उपरान्त उस की पत्नी अनुकम्पा नियुक्ति प्राप्त कर सकती है?

समाधान-  

सेवा पुस्तिका में नोमिनी अंकित कराने का अर्थ है कि यदि कर्मचारी की मृत्यु हो जाए तो उस के बकाया लाभ नोमिनी को दे दिए जाएँ। हालांकि हर नोमिनी केवल ट्रस्टी होता है उस का कर्तव्य होता है कि वह इस तरह प्राप्त धनराशि को उस के असली उत्तराधिकारियों में बांट दे। यदि कोई नोमिनी सारे लाभ स्वयं रख ले और उत्तराधिकारियों को न दे तो उस से लाभ प्राप्त करने के लिए उत्तराधिकारी दीवानी वाद संस्थित कर सकते हैं। यहाँ तक कि विभाग से लाभ प्राप्त करने पर रोक भी लगवा सकते हैं।

नोमिनी नियुक्त करने का कोई भी संबंध अनुकंपा नियुक्ति से नहीं है। मृत्यु के दिन यदि कोई व्यक्ति सरकारी कर्मचारी था तो उस का कोई एक आश्रित उस के स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त कर सकता है। मृतक की पत्नी सब से बेहतर व्यक्ति है जिसे अनुकंपा नियुक्ति मिलनी चाहिए। इस के लिए किसी की अनापत्ति की आवश्यकता भी नहीं है। आप मृतक की पत्नी से समय रहते आवेदन कराएँ।

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