तीसरा खंबा

अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त सेवक की सेवा में रहते हुए मृत्यु पर उसके आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति दी जा सकती है।

समस्या-

ग्राम जलवास, तहसील मुंडावर जिला अलवर से महेश कुमार ने पूछा है-

मेरे पिताजी राजस्थान सरकार में एलडीसी थे। उनकी मृत्यु 2008 में हो गयी। तब मेरी माता को अनुकम्पा नियुक्ति प्राप्त हुई। हम दो भाई हैं और दोनों विवाहित हैं। मैं दिल्ली पुलिस में था लेकिन मेरी माताजी का स्वास्थ्य खराब रहने लगा तो उनकी सेवा के लिए मैंने पुलिस से त्यागपत्र दे दिया। अब मेरी माता जी की मृत्यु हो गयी है। मैं और मेरा भाई दोनों अब बेरोजगार हैं। क्या मुझे अनुकम्पा नियुक्ति मिल सकती है?

समाधान-

आपने यह नहीं बताया कि क्या आपकी माताजी मृत्यु के समय राजकीय सेवा में थीं। अनुकम्पा नियुक्ति राजकीय सेवा में रहते हुए मृत्यु पर दी जाती है।

राजस्थान सरकार के अनुकम्पा नियुक्ति के नियमों में कहीं यह नहीं अंकित है कि यदि राजकीय सेवा में रहते हुए किसी राजकीय कर्मचारी की मृत्यु हो जाए और उसने स्वयं अपनी नियुक्ति अनुकंपा नियुक्ति नियमों के अधीन प्राप्त की हो तो उसके आश्रित अनुकम्पा नियुक्ति का लाभ प्राप्त नहीं कर सकेंगे।

यह हो सकता है कि अन्यत्र किसी राजकीय, अर्धराजकीय या अन्य किसी भी सेवा में अनुकम्पा नियुक्ति के नियम हों और उनमें ऐसा नियम हो कि राजकीय सेवा में रहते हुए किसी राजकीय कर्मचारी की मृत्यु हो जाए और उस राजकीय सेवक ने स्वयं अपनी नियुक्ति अनुकंपा नियुक्ति नियमों के अधीन प्राप्त की हो तो उसके आश्रित अनुकम्पा नियुक्ति का लाभ प्राप्त नहीं कर सकेंगे। तब ऐसे नियमों के अन्तर्गत ऐसे आश्रित अनुकम्पा नियुक्ति प्राप्त नहीं कर सकेंगे।

पर राजस्थान सरकार और अब तक मेरे ध्यान में आए अनुकम्पा नियुक्ति के नियमों में ऐसा कोई प्रावधान या नियम नहीं है। इसलिए आप बिना किसी संकोच के अनुकम्पा नियुक्ति के लिए आवेदन करें। अनुकम्पा नियुक्ति में इसलिए कोई बाधा नहीं आएगी कि आपकी माताजी को भी राजकीय सेवा में नियुक्ति अनुकंपा नियुक्ति के नियमों के अधीन प्राप्त हुई थी।

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