तीसरा खंबा

काला जादू जैसी कोई चीज दुनिया में नहीं होती।

समस्या-

पुणे, महाराष्ट्र से राजीव विधाते ने पूछा है-

मेरी आयु 30 साल है।  हाल ही में मेरी शादी हुई है।  मेरे राइट पैर में पोलियो है जिस के कारण अपंगता 40% सरकारी प्रमाणपत्र की हिसाब से होती है।  मेरी जीवनसंगिनी की आयु 27 वर्ष है और उसकी त्वचा पर व्हाइट स्पॉट हैं।  वह नौकरी में है और उस की अपनी आमदनी है। उस के मायके में घर का किराया भी मिलता है, लेकिन घर की स्थिति गरीब है। मेरे यहाँ शादी के बाद सारे फंक्शन्स को 15 दिन लगे और उसके बाद हम अपने बेडरूम में रहने लगे।  जब बीवी के साथ सोना शुरू किया तब उस रात को बीवी ने बताया की वो 6 महीने कोई बच्चा और सम्बन्ध नहीं चाहती। उस का कारण बताती थी की उसने 6 महीने के लिए ऑफिस से छुट्टी ली है और जॉब छोड़ने के लिए 3 महीने की नोटिस देनी पड़ेगी।  अगर वो बच्चा रखती है तो उसे ऑफिस में जाने में दिक्कतें आएंगी और उसे अच्छा नहीं लगेगा।  उसने ये भी बोला कि उसने शादी माँ और उसके जीजाजी के फ़ोर्स के कारण जल्दबाजी में की है वरना उसका विचार था कि उसका विवाह और 12 महीने के बाद हो।  उसने कहा कि उसे मुझ से शादी करने से कोई एतराज़ नहीं था।  मैं ने उसे 3 महीने तक इसकी अनुमति दे दी।  लेकिन वह इस के बाद भी इसे नामंजूर करने लगी।  मैं उस के साथ सोया, लेकिन हमारा सम्बन्ध नहीं बना है। उसके बाद 4-5 दिन हमारी नोक झोंक ही चलती रही और साथ साथ सोते रहे।  वह मानने को तैयार ही नहीं कु वो 6 महीने के अन्दर बच्चे के लिए प्रयास करे।  मैं ने उसे मनाने की कोशिश की कि उसकी उम्र माँ बनने के लिए उचित है लेकिन वह नहीं मानी। कुछ दिन बाद वो किसी काम से 2 दिन मायके हो आई।  उस के बाद मैं ने उसे फिर से राजी करने की कोशिश की।  पर वो अपनी बात पर अड़ी रही।  मैं ने उसे बताया महिलाएँ प्रेग्नेन्सी के दौरान भी काम करती हैं, पर वो नहीं मानी और उसने मुझे पटाया था कि अगर वो खुश नहीं रही तो बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ेगा जो मुझे सही लगा।  उसके बाद मैं ने मेरा फैसला सुना दिया कि हम हमारे दोनों के कुछ रिश्तेदारों के साथ मीटिंग करके तुम्हे साल भर मायके में रहने की अनुमति दे दी जाएगी।  उस के यहाँ रहने से कुछ गड़बड़ी ना हो जाये और बच्चा गिरना मुझे पसंद नहीं।  वो मीटिंग का नाम सुनाने के बाद वो मीटिंग का जोरदार विरोध करने लगी और करती रही।  पर मैं अड़ा रहा।  मेरे तेवर देख के वो मीटिंग लेने से डर गयी और दबाव में आ के उसने कहा कि अब जो मैं चाहता हूँ वो वही करेगी।  लेकिन मुझे कुटुंब नियोजन के कुछ साधन इस्तेमाल करने होंगे।  उस के नाखुश होने के बात का मुझपर ज्यादा ही प्रभाव पड़ गया था। फिर से वो 2 दिन के लिए मायके काम के कारण गयी और वहाँ बीमार पड़ गयी।  उस की बीमारी साधारण नहीं (टाइफ़ाइड) है।  वह आज तक बीमार है और वहीं रह रही है।  बीच बीच में फोन पर बात करते वक़्त वो शुरुवात में कहती रहती थी कि वहाँ के लोग अनचाहे सवाल करते रहते हैं। तब मैं ने मीटिंग का उद्देश्य पटाया फिर भी वो नहीं मान रही।  वह आने पर जोर दे रही है और मैं मीटिंग पे।  हाल यह है कि अब वो रिश्तेदारों को झूठ बोल के रह रही है कि वो कुछ दिन पहले आयी है।  मैं मीटिंग ले के उसका वहाँ रहना आसान बनाना चाहता हूँ।  उसे झूठ बोलने की बहुत ख़राब आदत है।  बिना कारण के वो कई बार झूठ बोलती रहती है जो मुझे पसंद नहीं। मैं उच्च मध्यम खानदान से हूँ और वो गरीब खानदान से है।  उसके बर्ताव में शंका नजर आती है।  हमें तो लगता है कि वो काला जादू कर रही है लेकिन सबूतों के साथ उसे पकड़ा नहीं है।  लेकिन जैसे वो बर्ताव करती है वैसे तो जरूर काली दाल लग रही है।  ऐसा लगता है कि उसने पैसे की लालच में शादी करली है।  मेरी बहुत सी बातों को वो नज़र अंदाज़ कर देती है।  पत्नी हो कर भी वो मेरी बहुत सी बातें टाल देती है।  वह हमारे घर के सारे सदस्यों को काबू में रखना चाहती है और हो सके तो दुनिया के बाहर भेजना चाहती है।  संपत्ति अपने नाम करवाना चाहती है।  ज्यादातर वो पैसा उड़ाने का सोचती है।  उस ने शादी से पहले कहा था कि वह नौकरी नहीं करना चाहेगी।  मेरे अपाहिज होने के कारण और साम्पत्तिक स्थिति ठीक होने के कारण। उस के नौकरी करने पर जोर भी नहीं दिया था।  उसे लग रहा होगा कि हम काफी अमीर हैं और पैसा खर्च करना हमारे लिए आम बात है और उसे यहाँ आ कर यही करते रहना है।  हमारी साम्पत्तिक स्थिति उच्च मध्यमवर्गीय है।  पर हम सही कारणों के लिए ही पैसा खर्च करते हैं।  मौज मजे तक ठीक है, लेकिन अनचाही चीजों पर और जरूर से बहुत ज्यादा हम खर्च नहीं करते। मेरी शादी को अब 6 महीने होने आये हैं।  हम साथ सोए है लेकिन सम्बन्ध नहीं बना है।  5-7 दिन ही हम साथ सोए हैं और घंटो में कहा जाए तो 14-15 घंटे।  उसका बर्ताव और मनीषा देख के लगता है कि वो सिर्फ संपत्ति की मन्शा रखती है। क्या 6 महीने के अन्दर आसान तलाक संभव है?  हमारे घर वाले तो उसे बेटी की तरह रखते हैं।  लेकिन ये उसके लिए कोई मायने नहीं रखता।  मैं अभी प्राइवेट कंपनी में कम्प्यूटर ऑपरेटर की जगह काम कर रहा हूँ।  वो तलाक भी ले ले तो क्या उसे आधी प्रॉपर्टी जो वो चाहेगी देनी होगी? (वैसे वो काला जादू करके सारी ले लेना चाहती है) अपाहिज के लिए कोई मदद मिल जाए तो अच्छा होगा। मैं हो सके तो उस से तलाक ही चाहूँगा। जो मुझे और मेरे परिवार को काला जादू करके ख़तम करना चाहती है उस का मैं जीवनभर कैसे साथ दूँ?

समाधान-

black magicप ने अपनी समस्या में अनेक बार यह कहा है कि आप की पत्नी काला जादू कर रही है। लेकिन यह नहीं बताया कि कैसे कर रही है? और उस के लक्षण क्या हैं? जब आप यह सोच चुके हैं कि वह काला जादू कर रही है तो आप को अपनी सोच माननी पड़ेगी क्यों कि आप अपनी सोच के बन्दी हैं। आप की अपनी सोच आप की पत्नी से आप के रिश्ते को आगे नहीं बढ़ने देगी। इस सोच के साथ आप अपनी पत्नी की ओर से सदैव ही आशंकित रहेंगे और आप का जीना दूभर हो जाएगा। इसलिए आप ने आगे भी यह ठीक ही सोचा कि हो सके तो आप को अपनी पत्नी से तलाक ले लेना चाहिए। अभी सरकार ने वह कानून पास नहीं किया है जिस के अनुसार तलाक होने पर पत्नी को पति की आधी संपत्ति मिलती है। लेकिन आज भी यदि पत्नी को तलाक मिलता है तो उसे उस को दहेज में अपने मायके से प्राप्त सामान और नकदी, परिचितों और ससुराल से प्राप्त उपहार उस का स्त्री-धन है। उसे तो आप की पत्नी ले ही लेगी। फिर वह उस के पिता द्वारा विवाह में खर्च हुई धनराशि की मांग भी करेगी जो उचित ही है। इस के अलावा यदि आप उस का नौकरी करना साबित नहीं कर पाए या उस की आमदनी कम हुई तो वह जब तक दूसरा विवाह नहीं कर लेगी तब तक मासिक भरण पोषण का खर्च भी मांगेगी जो न्यायालय उसे दिला ही देगा। यह राशि 2000 रुपया प्रतिमाह से ले कर 10-20 हजार रुपया प्रतिमाह आप की आर्थिक व सामाजिक स्थिति के अनुसार होगा। आप कह ही चुके हैं कि आप उच्च मध्यमवर्गीय संपन्न परिवार के व्यक्ति हैं। आप को तलाक लेने के लिए इतना तो खर्च करना होगा।

लेकिन तलाक लेने में अभी बाधा है। विवाह की तिथि से एक वर्ष की अवधि समाप्त होने के पहले तलाक के लिए कोई अर्जी न्यायालय में दाखिल नहीं की जा सकती। यदि आप अपनी पत्नी को सहमति से तलाक लेने के लिए मना लें और वह मान भी जाए तो भी शादी की तारीख के एक साल बाद तो आप ऐसी अर्जी पेश कर पाएँगे। अदालत उस के छह माह बाद ही तलाक की डिक्री पारित कर सकता है। यदि आप की पत्नी सहमति से तलाक के लिए न मानी तो आप को किसी न किसी आधार पर तलाक लेना पड़ेगा। आप की पत्नी उस का विरोध करेगी। दोनों तरफ से वाद प्रतिवाद होगा, गवाह सबूत होंगे तो ऐसे में तीन-चार साल तो लग ही जाएंगे। उस के बाद आप की पत्नी उस की अपील प्रस्तुत कर दे तो चार-पाँच साल अपील में लग जाएंगे। तब तक आप दूसरा विवाह नहीं कर सकेंगे। वैसे भी जो तथ्य आप ने बताए हैं उन से आप के पास तलाक का फिलहाल कोई आधार आप के पास नहीं है। आप के और आप की पत्नी के बीच यौन संबंध स्थापित नहीं हुए हैं इस तथ्य के आधार पर तलाक नहीं लिया जा सकता है। वैसे यदि आप की पत्नी इस मामले का प्रतिवाद करे तो इसे आप की कमजोरी साबित कर सकती है।

प ने काला जादू का उल्लेख किया है। दुनिया में काला जादू नाम की कोई चीज नहीं होती। जो होती है वह केवल शंकाओं के आधार पर व्यक्ति का मानसिक भ्रम होता है। आप को भी आप की पत्नी के बारे में मानसिक भ्रम है। आप की पत्नी आप से यौन संबंध क्यों नहीं बनाना चाहती इस का कारण आप को खोजना चाहिए। आप को चाहिए कि आप आप की पत्नी को समझने का प्रयास करें और उसे आप को समझने दें। अभी आप का विवाह हुए दिन ही कितने हुए हैं। आप दोनों का साथ कुछ ही दिन का है। आप ये क्यों सोचते हैं कि एक अपरिचित स्त्री विवाह होते ही आप से ठीक से परिचित हुए बिना ही अपना शरीर आप को सौंप देगी। यह पहले के जमाने में हुआ करता था। आज कल नहीं होता। आज कल की लड़कियाँ, कम से कम जो अपने पैरों पर खड़ी हैं यह भी सोचती हैं कि छह माह पति के साथ रह कर देख लिया जाए कि वहाँ उस का गुजारा हो सकता है या नहीं। यदि लड़के भी इसी तरह सोचने लगें तो बात बन सकती है। आप दोनों अपने पैरों पर खड़े हैं। दोनों स्वावलंबी रह कर एक अच्छे दाम्पत्य का निर्माण कर सकते हैं। पर जिस तरह से आप काले जादू का उल्लेख कर रहे हैं। उस से लगता है कि आप की पत्नी यदि आधुनिक विचारों की हुई तो उस ने आप के विश्वास से यह सोच लिया हो कि कैसा दकियानूसी पति मिला है? इस के साथ मेरा निबाह मुश्किल है। हो सकता है वह यही सोच रही हो।

मारी सलाह है कि आप अपनी पत्नी के लिए आप के दिमाग में बैठी सभी शंकाएँ निकाल दें और किसी मैरिज काउंसलर से मिलें। उसे अपनी समस्या बताएँ। वह आप की बहुत सी गलफहमियाँ दूर कर सकता है। उस के बाद आप की पत्नी से मिल कर उस की गलफहमियाँ दूर कर सकता है। दोनों को आपस मिला कर दोनों की गलतफहमियाँ दूर कर के आप दोनों के दाम्पत्य के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।  काला जादू जैसी कोई चीज दुनिया में नहीं होती। दूसरे आप को छह माह में कोई तलाक नहीं मिल सकता। तलाक मिलने में अभी कम से कम डेढ़ साल तो लगेगा। अधिक से अधिक पाँच सात साल भी लग सकते हैं और यह भी हो सकता है कि तलाक मिले ही नहीं।

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