तीसरा खंबा

बिजली विभाग बिल दुरुस्त न करे तो उपभोक्ता मंच को शिकायत करें।

consumer protectionसमस्या-

पूर्णिया, बिहार से राजीव ने पूछा है-

मैं ने अपना बिजली का बिल उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में जमा करवाया था, परन्तु बैंक स्टाफ ने मेरे खाते के बदले किसी दूसरे व्यक्ति के खाते में पैसा स्थानान्तरित कर दिया और रसीद मुझे दी। बाद में बैंक अधिकारी कोकहने पर उस ने टालमटोल करना शुरु कर दिया और बिजली कार्यालय में सम्पर्क करने को कहा। इस बार फिर उन्हों ने पिछला बिल मेरे बिल में जोड़ दिया है। अब बेंक अधिकारी रोज टालमटोल कर रहा है। मुझे क्या करना चाहिए।

 

समाधान-

प ने बैंक में बिल जमा कराया जिस की आप के पास रसीद है। यहाँ बैंक में गलती से आप का पैसा किसी दूसरे के खाते में जमा हो गया। यह गलती बैंक की थी। बिजली विभाग में आप के खाते में बिल बकाया बोल रहा है तो बिजली विभाग ने आप को पिछला बिल ताजा बिल में जोड़ कर भेज दिया। बिजली विभाग उन के यहाँ खाते में बकाया रहते आप की बात सुनने को तैयार नहीं है और बैंक टालमटोल कर रहा है।

प बैंक के उपभोक्ता नहीं हैं। बिजली के बिल जमा करने के मामले में बैंक बिजली विभाग के एजेंट के रूप में काम कर रहा है इस कारण से यदि बैंक से कोई गलती हुई है तो भी उस की जिम्मेदारी बिजली विभाग की है। आप का दायित्व यह था कि आप ने बिजली विभाग को बैंक की रसीद बता दी। अब बिजली विभाग वालों को बैंक से बात कर के मामले को खुद ठीक करना चाहिए।

प बिजली विभाग के उपभोक्ता हैं, आप को तुरन्त बिजली विभाग को नोटिस देना चाहिए कि यदि वे बिल ठीक नहीं करते हैं तो आप उपभोक्ता मंच में शिकायत करेंगे। इस नोटिस की एक प्रतिलिपि बैंक को भी प्रेषित करनी चाहिए। यदि नोटिस की अवधि में आप का बिल दुरुस्त नहीं किया जाता है तो आप को उपभोक्ता मंच में बिजली विभाग और बैंक दोनों के विरुद्ध शिकायत प्रस्तुत कर के बिल दुरुस्त करने तथा आप को हुई परेशानी के लिए हर्जाने व न्यायालय खर्च की मांग करनी चाहिए।

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