तीसरा खंबा

तलाक के लिए आवेदन करने में देरी नहीं करें

वरुण  तलाक के लिए सहायता चाहते हैं  – – –
मेरी शादी को दो साल हुए हैं। इस बीच हम दोनों में उस के जिद्दी स्वभाव और ससुराल के हस्तक्षेप के कारण कई बार लड़ाई हुई है। दो माह पहले मेरी जुड़वाँ बेटियाँ हुई हैं। मेरी सास ने मेरी पत्नी का मातृत्व समाप्त कर दिया है। उस का कहना है कि पहले ही जाँच करवा लेते और गर्भपात करवा लेते। अब मेरी पत्नी बच्चों को कोसती रहती है। उन का ध्यान नहीं रखती है। घऱ में झगड़ा कर के दस दिन बच्चों को मेरे पास छोड़ कर मायके रह कर दुबारा वापस आ गई। वह लड़कियाँ नहीं पालना चाहती। अपना दूध एक बार भी नहीं पिलाया है। मेरी सास मोबाइल पर पत्नी को लड़ाई करने के तरीके बताती रहती है। वह मुझे उकसाती है कि मैं उस के साथ मारपीट करूँ। गाली गलौच करती रहती है। मुझे लगता है लड़कियाँ होने के बाद वह मेरे साथ नहीं रहना चाहती है। अब मैं तलाक लेना चाहता हूँ। बच्चे भी मैं पाल लूंगा। तलाक लेने के लिए मुझे क्या करना चाहिए? मेरी सहायता करें।
 
उत्तर – – – 

वरुण जी,

प ने जो भी परिस्थितियाँ बताई हैं। उन से लगता है कि आप की जुड़वाँ संतानें आप की पत्नी के लिए अनिच्छित हैं, इस के कारण आप की पत्नी न केवल उन के साथ अपितु आप और आप के परिवार के साथ क्रूरता पूर्ण व्यवहार कर रही है। इस काम में आप की सास आप की पत्नी की मदद भी कर रही है। आप की पत्नी का क्रूरता पूर्ण व्यवहार तलाक के लिए मजबूत आधार है। विशेष रुप से दो माह से कम की दो बेटियों को छोड़ कर मायके चले जाना और उन्हें एक बार भी दूध नहीं पिलाना हद दर्जे की क्रूरता है और तलाक के लिए मजबूत आधार है। 
प बिलकुल देरी नहीं करें। अपने नगर के वैवाहिक मामले देखने वाले किसी वकील से सलाह लें और उन की मदद से तुरंत ही तलाक के लिए आवेदन न्यायालय में प्रस्तुत करें। यदि आप के मामले में सुलह की कोई गुंजाइश होगी भी तो उस काम को अदालत को अपने कर्तव्य  के रूप में करना ही है। आप बिना किसी देरी के तलाक के लिए आवेदन न्यायालय में प्रस्तुत करें। 


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