कोई दफ्तर के मामले में लड़की को परेशान करे तो क्या करें?
|जब कोई व्यक्ति किसी लड़की को ऑफिशियल मैटर में परेशान करता है तो क्या करना चाहिए?
बंजारा जी,
सब से पहले तो आप को धन्यवाद दूं कि आप ने आज तक का सब से छोटा सवाल तीसरा खंबा की कानूनी सलाह सेवा पर पूछा है।
आप के सवाल से कुछ भी पता नहीं लग रहा है। परेशान करने से आप का क्या तात्पर्य है? लड़की क्या किसी ऑफिस में काम करती है? या फिर उसे किसी ऑफिस में काम पड़ा है और वहाँ उसे परेशान किया जा रहा है? परेशान करने वाला व्यक्ति उस का अधिकारी है या फिर कोई ऑफिस का कोई कर्मचारी उसे परेशान कर रहा है? या ऑफिस के बाहर का व्यक्ति उसे परेशान कर रहा है?
अब आप कहेंगे कि एक प्रश्न का उत्तर देने के बजाए मैं ने खुद आप से बहुत से सवाल कर दिए हैं।
बात यह है कि जब तक मामले के सारे जरूरी तथ्य सामने नहीं हो कोई भी कानूनी सलाह नहीं दी जा सकती है। इसलिए कृपया पहले आप अपनी समस्या के तथ्यों को ठीक से सामने रखें जिस से उन का कोई कानूनी हल या उपाय आप के सामने रखा जाए। आशा है आप अपनी समस्या को विस्तार से तथ्यों सहित सामने रखेंगे।
मैं यह बात आप को ई-मेल से भी पूछ सकता था। लेकिन तीसरा खंबा को अनेक प्रश्न इसी तरह बिना किसी तथ्यों के प्राप्त हो रहे हैं जिन का उत्तर दे पाना संभव नहीं होता। उन से तथ्य मांगे जाते हैं। तथ्य मिलने पर सब को उन की आवश्यकता के अनुरूप सलाह दे दी जाती है। यहाँ इस प्रश्न को और सलाह देने में उपस्थित हमारी समस्या को इसी लिए रखा गया है जिस से अन्य प्रश्न कर्ता भी संपूर्ण तथ्यों सहित प्रश्न को रखें। जितने अधिक तथ्य सामने होंगे सलाह भी उतनी ही सही, सटीक और उपयोगी हो सकेगी।
आशा है आप इसे अन्यथा नहीं लेंगे।
आपके ऐसे आलेखों से यह बात बिना कहे ही सामने आती है कि प्रश्न कैसे पूछने चाहिए ।
आशा करें कि बंजाराजी अपना प्रश्न पूरी स्पष्टता से पूछेंगे ताकि हम लोगो को जवाब मालूम हो सके । मामला रोचक है ।
पुरी बात पता चलने तक हम इंतजार करेगे,वेसे नारद मुनि जी सही कह रहे है.
धन्यवाद
docter or vakeel se kuchh bhee nahi chhipana chahiye. dada sahi hai naa. narayan narayan
महिलाओं को ऑफिस में यौन उत्पीड़न के कारण ही परेशना किया जाता है। यदि वे ठीक से काम नही कर रहीं हों तो उन्हें या फिर किसी और को ठीक प्रकार से काम करने के लिये कहना, परेशान करना नहीं हुआ।
ऑफिस में यौन उत्पीड़न के कारण परेशान करने पर मैंने एक चिट्ठी ‘काम करने की जगह पर महिलाओं के साथ छेड़छाड़‘ के नाम से लिखि है। शायद यह सुविधाजनक हो।
सही कह रहे है कानूनी सलाह के लिए प्रश्न पुरे तथ्यों के साथ ही होना चाहिए !