DwonloadDownload Point responsive WP Theme for FREE!

Category: Law

स्वतंत्र सहमति के बिना किए गए, कौन से कंट्रेक्ट शून्य हो सकते हैं?

स्वतंत्र सहमति के बिना अनुबंधों की शून्यकरणीयता जब किसी भी अनुबंध के लिए सहमति जबर्दस्ती, कपट या मिथ्या-निरूपण के माध्यम से प्राप्त की गई हो, तो ऐसा अनुबंध
Read More

कंट्रेक्ट में 'मिथ्या-निरूपण' (misrepresentation)

‘मिथ्या-निरूपण‘ (misrepresentation) कंट्रेक्ट का मूल कानून अंग्रेजी में है और वहाँ शब्द है ‘मिसरिप्रेजेन्टेशन’। इस शब्द का कोई हिन्दी, उर्दू या हिन्दुस्तानी पर्याय उपलब्ध नहीं है, इस कारण
Read More

विवाह, नौकरी और धंधे में कपट

बीमा कंपनी के तो ऐसे हजारों मुकदमे अदालत में हुए हैं जिन में कंपनी ने कपट के आधार पर बीमा पॉलिसी को शून्यकरणीय घोषित कराया। लोग उपभोक्ता अदालत
Read More

कपट, कैसे कैसे… बीमा कराने के पहले सावधानी बरतें

हमने पिछले आलेख में कंट्रेक्ट किए जाने के दौरान होने वाले ‘कपट’ (fraud) की परिभाषा को जाना। इस आलेख पर ज्ञानदत्त जी पाण्डे ने कहा कि- “करण घोड़े
Read More

कंट्रेक्ट के संबंध में 'कपट' क्या है ?

अपनी उपस्थिति से स्वतंत्र सहमति को दूषित करने वाले तीसरे कारक ‘कपट’ अर्थात् (fraud) को भारतीय कंट्रेक्ट कानून में परिभाषित किया गया है। उस की परिभाषा इस तरह
Read More

अनुचित प्रभाव का उपयोग कैसे ? और कब ?

किसी भी कंट्रेक्ट में अनुचित प्रभाव की जाँच करते समय न्यायालय इस के तीन महत्वपूर्ण तत्वों की जाँच अवश्य करें। भारत के उच्चतम न्यायालय ने 1963 में एक
Read More

संबंधों के कारण अनुचित प्रभाव का उपयोग कर किए गए कंट्रेक्ट

‘अनुचित प्रभाव’ वह दूसरा कारक है जिस की उपस्थिति में सहमति स्वतंत्र नहीं रह जाती है और एक कंट्रेक्ट शून्यकरणीय हो जाता है। इसे कानून में इस तरह
Read More

जबरदस्ती प्राप्त सहमति से कंट्रेक्ट होगा गैर कानूनी

पिछली बार सहमति (Consent) से हमारा परिचय हो चुका था, कि जब भी दो या दो से अधिक व्यक्ति किसी बात पर एक जैसे अर्थों में सहमत हो
Read More

बदला सिद्धि-भार तो हारा फर्जी दत्तक-पुत्र

राजस्थान उच्च न्यायालय ने 1970 में जो मुकदमा निर्णीत किया वह एक गोदनामे पर आधारित था। गोदनामा एक विशेष प्रकार का कंट्रेक्ट ही होता है, जो गोद लेने
Read More

मुकदमें में विवादित तथ्यों को साबित कौन करेगा ?

पिछले आलेख पर मिली टिप्पणियों में ज्ञान दत्त जी पाण्डेय ने तथ्यों को साबित करने के भार से संबधित प्रश्न करते हुए दृष्टांत प्रस्तुत करने का सुझाव दिया
Read More