धर्मेन्द्र कुमार प्रजापति पूछते हैं– क्या यह उचित है कि किसी विश्वविद्यालय में संविदा-कर्मी और एजेंसी-कर्मी के मानदेय (वेतन) में अंतर हो सकता है। या यदि ऐजेंसी का
श्री बाबूलाल काँकरेलिया का प्रश्न है…. मैं दिनांक 20.12.2005 से केन्द्रीय सरकार के कार्यालय में मैं एक ऐजेंसी के माध्यम से डाटा कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर काम