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Tag: भारत

अदालतों की संख्या बढ़ाने के लिए भी जनता को आंदोलन करने होंगे

आप ने न्याय करने की पुरानी कहानियाँ सुनी होंगी। इन कहानियों में फरियादी के फरियाद करने पर पर राजा, या मुखिया पहले शिकायत सुनता था। फिर अगली पेशी
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प्रेस की आजादी : स्वतंत्रता का मूल अधिकार (4)

प्रेस की आजादीप्रेस की आजादी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का एक भाग है और इस कारण उसे निर्बाध रहना चाहिए। ऐसा कोई भी कानून जो प्रेस की स्वतंत्रता में
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बोलने और अभिव्यक्ति की आजादी : स्वतंत्रता का मूल अधिकार (3)

वाक् और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार भारत के संविधान का अनुच्छेद 19 (1) (क) भारतीय नागरिकों को भारत में वाक् और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार देता
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स्वतंत्रता का मूल अधिकार (2) युक्तियुक्त निर्बंधन

पिछले आलेख में हम ने स्वतंत्रता के मूल अधिकारों के संबंध में युक्तियुक्त निर्बंधनों (Restrictions) की बात की थी। हमें समझना होगा कि ये युक्तियुक्त निर्बंधन क्या हैं?
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स्वतंत्रता का मूल अधिकार (1)

 मूल अधिकारों में स्वतंत्रता के अधिकार का स्थान सर्वोच्च है, क्यों कि इस अधिकार के अभाव में किसी भी मनुष्य के व्यक्तित्व का विकास संभव नहीं।  भारतीय संविधान
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सरकारों की कुम्भकर्णी निद्रा तोड़ने के लिए शीघ् न्याय को राजनैतिक मुद्दा बनाना होगा

पिछले आलेख मुख्य न्यायाधीश ने कहा-अधीनस्थ न्यायालयों की संख्या में पाँच गुना वृद्धि आवश्यक में तिरुनेलवेल्ली में हुए एक कार्यक्रम में जो कुछ कहा गया था उस की
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दिल्ली हाई कोर्ट को मौजूदा मुकदमों के निपटारे में लगेंगे 466 साल

हमारी अदालतों की हालत का इसी बात से अनुमान लगाया जा सकता है कि दिल्ली हाईकोर्ट में वर्तमान में इतने मुकदमें लंबित हैं कि जितने जज इस समय
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इतने क्यों नाराज हैं वकील ? -बनाम- वकीलों का गंभीरतम अपराध

“इतने क्यों नाराज हैं वकील” यह उस आलेख का शीर्षक है जो 17 मार्च को नवभारत टाइम्स में प्रकाशित हुआ है, जिसे लिखा है सुधांशु रंजन ने।  इस
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न्याय रोटी से पहले की जरूरत है, न्याय प्रणाली की पर्याप्तता के लिए आवाज उठाएँ

26 जनवरी, 1950 को भारत ने गणतंत्र का स्वरूप धारण किया।  गणतंत्र का अर्थ है देश का शासक अब चुनी हुई सरकार करेगी।  उस दिन जिस संविधान को
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न जज, न अदालत और न ही वकील अंधे हैं

 कल के आलेख एक ने आजीवन कारावास की सजा दी, दूसरे ने बरी कर दिया पर सर्व श्री विवेक सिंह,  ताऊ रामपुरिया, पिन्टू,  डा. अमर कुमार, लावण्या दीदी
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