Legal Remedies पत्नी के किए झूठे मुकदमे से परेशान पुरुष की आह! और उस से एक छोटी सी बात दिनेशराय द्विवेदी | 28/06/2011 रविन्दर काम्बोज ने यह पत्र तीसरा खंबा को भेजा है – भारतीय संविधान में महिलाओं को जो अधिकार दिए गए हैं, मुझ जैसे पता नहीं कितने बेगुनाह उसका Read More
Legal Remedies नियमित कर्मचारी और दैनिक वेतन भोगी का वेतन समान नहीं हो सकता दिनेशराय द्विवेदी | 09/02/2010 धर्मेन्द्र कुमार प्रजापति पूछते हैं– क्या यह उचित है कि किसी विश्वविद्यालय में संविदा-कर्मी और एजेंसी-कर्मी के मानदेय (वेतन) में अंतर हो सकता है। या यदि ऐजेंसी का Read More
Crime निजता में वयस्कों के सहमत यौनाचरण को दंड की श्रेणी से हटाने पर इतनी चिंता क्यों? दिनेशराय द्विवेदी | 03/07/2009 इधर यहाँ वाक् और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मूल अधिकार पर श्रंखला चल रही है। इस बीच संजय बैंगाणी जी के जोग लिखी पर का एक आलेख भारत, Read More