पासपोर्ट आवेदन में मुकदमे के बारे में क्या लिखा जाए?
|समस्या-
जोधपुर, राजस्थान से देवेन्द्र कुमार ने पूछा है –
मेरी भाभी ने सन 2007 में आत्महत्या की थी। इस मामले मे भाभी के मायके वालों ने दहेज हत्या के आरोप मे हमारे परिवार के कई लोगों का नाम थाने में जाकर लिखवा दिया। इस में मेरा नाम भी शामिल है। मेरी अग्रिम जमानत 2007 में ही हो गयी थी, मुझे कभी भी कोर्ट में नहीं जाना पड़ा और पेशी पर भी नहीं जाना पड़ता है। लेकिन मेरा नाम चार्ज शीट में है। अब मेरी समस्या ये है कि मैं पासपोर्ट बनवाना चाहता हूँ। पासपोर्ट के लास्ट लाइन में ये पूछा जाता है कि आपके खिलाफ कोई केस तो नहीं चल रहा है, तो उस में मैं क्या लिखू हाँ या नहीं? मेरा पुलिस वेरिफिकेशन कैसे होगा? मै किस प्रकार पासपोर्ट बनवा सकता हूँ?
समाधान-
आप ने जो तथ्य बताए हैं, उन में अस्पष्टता है। आप का नाम आरोप पत्र में किस तरह से है आप ने यह नहीं बताया। आरोप पत्र में यह अंकित किया जाता है कि किस व्यक्ति ने प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई और क्या कराई। निश्चित रूप से आप का नाम वहाँ अंकित होगा। उस के बाद आप ने अग्रिम जमानत करवा ली। फिर अन्वेषण के दौरान कोई ऐसा तथ्य नहीं आया जिस से आप के विरुद्ध कोई आरोप सिद्ध किया जा सके। तब आप के विरुद्ध आरोप पत्र प्रस्तुत नहीं हुआ जिस के कारण आप को न्यायालय में नहीं जाना पड़ा। फिर भी आप के परिवार के जिन लोगों के मुकदमे चल रहे हैं उन्हों ने वकील भी किया होगा। आप उन वकील के पास जा कर पत्रावली देख कर सुनिश्चित कर लें कि आप के विरुद्ध कोई आरोप पत्र प्रस्तुत हुआ है या नहीं। वकील की मदद से उस आरोप पत्र की प्रमाणित प्रतिलिपि हासिल कर लें साथ ही न्यायालय की उस आदेशिका की प्रमाणित प्रतिलिपि भी प्राप्त कर लें जिस में यह अंकित हो कि किन किन अभियुक्तगण के विरुद्ध आरोप पत्र प्रस्तुत हुआ है। इस से यह स्पष्ट हो जाएगा कि प्रथम सूचना रिपोर्ट में नाम होने पर भी आप के विरुद्ध साक्ष्य न होने से कोई आरोप पत्र आप के विरुद्ध प्रस्तुत नहीं हुआ।
इतनी तैयारी के बाद आप पासपोर्ट के लिए प्रस्तुत किए जाने वाले आवेदन में लिख सकते हैं कि आप के विरुद्ध कोई मुकदमा नहीं चल रहा है। जब पुलिस वेरिफिकेशन में पुलिस वाले खुद यह लिख देंगे कि आप के विरुद्ध कोई मुकदमा नहीं चल रहा है। यदि उक्त प्रथम सूचना रिपोर्ट का उल्लेख आए तो आप पुलिस वालों को प्रमाणित प्रतिलिपियाँ बता कर संतुष्ट कर सकते हैं। जब आप को पासपोर्ट के लिए साक्षात्कार के लिए बुलाया जाए तब आप उक्त प्रमाणित प्रतिलिपियाँ साथ ले कर जाएँ जिस से वहाँ यदि कोई प्रश्न पूछा जाए तो आप उस का उत्तर सबूत सहित दे सकें। हमारी राय में पासपोर्ट बनाने में कोई परेशानी नहीं आनी चाहिए।
मान्यवर , हमें तो पता था किसी तरह का मुकदमा चलने पर कदाचित वो व्यक्ति पासपोर्ट नहीं बनवा सकता..लेकिन इस जिज्ञासा से ही सम्बंधित सवाल हैं..क्या किसी पर इस तरह का मुकदमा चल रहा हो तो वो भी पासपोर्ट बनवा सकता है.. अथवा पारिवारिक विवाद..जैसे धरा १३ अथवा घरेलू हिंसा वाले लोग पासपोर्ट बनवाने में सक्षम हो सकते हैं अथवा नहीं.. उन्हें उस हेतु क्या करना चाहिए..
अति उत्तम सलाह/ साधुवाद / राजेंद्र सिंह / अजमेर राजस्थान