कैसे कैसे प्रश्न
|तीसरा खंबा के अनेक पाठक ऐसे हैं किसी भी सामान्य जानकारी प्राप्त करने के लिए भी कानूनी सलाह पूछने वाले फार्म में अपना प्रश्न डाल देते हैं। एक बानगी देखिए –
मुम्बई, महाराष्ट्र से राजेश मिश्रा ने पूछा है कि एलएल.बी. (विधि स्नातक) की उपाधि हेतु प्रवेश की अधिकतम उम्र क्या है? क्या इसे पत्राचार से भी किया जा सकता है?
इस प्रश्न में कोई कानूनी सलाह नहीं पूछी गई है। यदि राजेश मिश्रा जी को एलएल.बी. ही करनी है तो उन्हें इंटरनेट पर विश्वविद्यालयों और कालेजों की वेबसाइटों में खोजना चाहिए। न कि यहाँ प्रश्न डालना चाहिए था। एक और बानगी देखिए-
साजा, छत्तीसगढ़ से बबलू शर्मा जी ने पूछा है कि मैं सहायक शिक्षक (पंचायत) के पद पर दस वर्ष से कार्यरत हूँ मैं किसी अन्य नौकरी के लिए कोशिश करना चाहता हूँ, मेरी उम्र 31 वर्ष है। मेरा नियोजन कार्यालय का पंजीकरण समाप्त हो गया है। सरकारी नौकरी में प्रवेश के लिए अधिकतम उम्र क्या है? क्या पहले से कहीं सरकारी नौकरी कर रहे लोगों को उम्र की कोई छूट मिलती है क्या?
इन साहब का प्रश्न भी केवल जानकारी चाहने के लिए है। इन्हें चाहिए कि ये रोजगार समाचार देखें और इंटरनेट पर अपनी इच्छा के अनुसार नौकरियाँ तलाशें। जो भी नौकरी इन्हें पसंद आए उस की अर्हताएँ देखें। यदि उन में अपेक्षित अर्हताएँ हैं तो आवेदन कर दें। इन्हें कोई कानूनी सलाह नहीं चाहिए। एक और उदाहरण देखें-
सोजत सिटी, जिला पाली, राजस्थान से विनोद भाटी ने पूछा है कि मुझे अवधि अधिनियम की प्रमाणित प्रति चाहिए ये किस जगह से या विभाग से मिलती है? इस संबंध में जो फैसले सुनाए गए हैं उन की भी प्रमाणित प्रति चाहिए। कृपया मेरा मार्गदर्शन करें।
अब इन्हें किसी कानून और उस कानून में हुए फैसलों की प्रतिलिपि चाहिए। इन्हें खुद पता नहीं कि किस तरह के निर्णयों की प्रति इन्हें चाहिए। ये खुद कानून पढ़ना समझना चाहते हैं। लेकिन उस के लिए तो इन्हें खुद श्रम करना होगा। ये या तो कानूनी किताबों के किसी भी पुस्तक विक्रेता से इन्हें मिल सकती है या वे अपने नगर के किसी वकील के पास जा कर उस से अवधि अधिनियम मांग कर उस की फोटो प्रति करवा सकते हैं। उन्हें निर्णयों की जानकारी भी चाहिए तो ये अवधि अधिनियम की कंमेंट्री वाली पुस्तक खरीद लें। सब से अच्छा तो ये है कि ये अपनी समस्या किसी वकील को बताएँ और समाधान प्राप्त करें। अच्छा समाधान इन की समस्या के सारे तथ्य जानने के बाद कोई प्रोफेशनल वकील ही कर बता सकता है।
जब पाठकों से इस तरह के प्रश्न हमें कानूनी सलाह के लिए प्राप्त होते हैं तो इन्हें पढ़ना होता है, देखना होता है कि इस में कोई कानूनी सलाह चाही गई है अथवा नहीं। इस में समय तो लगता ही है। तीसरा खंबा नितांत व्यक्तिगत प्रयास है। इस में समय और धन एक ही व्यक्ति का खर्च होता है। इस तरह के प्रश्नों को पढ़ने आदि में जो समय लगता है यदि वही समय वास्तविक समस्याओं के समाधान में लगे तो हम इस साधन का बेहतर उपयोग कर सकते हैं।
पाठकों से तीसरा खंबा का निवेदन है कि वे अपनी वास्तविक समस्याएँ ही हमें भेजें जिन का कोई कानूनी समाधान उन्हें चाहिए। हम तीसरा खंबा पर इस तरह के सामान्य सूचनाएँ प्राप्त करने वाले प्रश्नों का उत्तर नहीं देते। ऐसे प्रश्नों को अपने रिकार्ड से भी तुरंत हटा देते हैं। ऐसे पाठक हमें क्षमा करें।
बिलकुल सत्य लिखा आपने .