कोर्ट मैरिज क्या है?
|राम नगर, कंकर खेड़ा, मेरठ केंट यू.पी. से समीर पूछते हैं …..
मैं कोर्ट मैरिज करना चाहता हूँ जिस से मेरी होने वाली पत्नी, साला और सास सहमत हैं, मेरे घर वाले भी सहमत हैं। कोर्ट मैरिज करने वाले को क्या करना होगा? मेरी उम्र 30 व होने वाली पत्नी की उम्र 26 वर्ष है। किसी ने मुझे बताया है कि कोर्ट मैरिज करते हैं तो यू.पी. में सरकार पचास हजार रुपया देती है क्या यह बात सही है?
उत्तर …..
समीर जी,
कोर्ट मैरिज विशेष विवाह अधिनियम के अंतर्गत किए जाने वाले विवाह को कहते हैं। इस विवाह में कुछ साधारण फीस जमा कराने के अतिरिक्त कोई खर्च नहीं करना पड़ता। यह विवाह आप के क्षेत्र के विवाह पंजीयक के समक्ष उपस्थित हो कर किया जा सकता है। इस के लिए आप को वहाँ अपनी होने वाली पत्नी के साथ जा कर आवेदन करना होगा। आवेदन की जाँच पर यह पाए जाने पर कि आप दोनों विवाह योग्य हैं और वर्जित श्रेणी के लोग नहीं हैं तो विवाह पंजीयक एक सूचना जारी करेगा। इस सूचना के जारी होने के 30 दिन गुजरने के उपरांत किसी दिन आप दोनों विवाह पंजीयक के समक्ष उपस्थित हो कर अपना विवाह दर्ज करवा सकते हैं। इस विवाह पर आप का विवाह दर्ज हो जाएगा और विवाह का प्रमाण पत्र आप को प्राप्त हो जाएगा।
विशेष विवाह अधिनियम के अंतर्गत होने वाले विवाह की विशेषता यह है कि इस के लिए किसी खास धर्म का होना आवश्यक नहीं है। कोई भी दो वयस्क स्त्री-पुरुष जो अविवाहित हैं अथवा जिनका कोई वैवाहिक साथी जीवित नहीं है विवाह कर सकते हैं। इस विवाह में किसी प्रकार का व्यय नहीं है। मेरे विचार में यह विवाह का सब से आदर्श रूप है, जिस का प्रचलन बढ़ना चाहिए।
जहाँ तक यू.पी. सरकार द्वारा इस तरह के विवाह पर रुपए 50,000/- देने का प्रश्न है, मेरी जानकारी में इस तरह के विवाह करने वालों को किसी प्रकार की आर्थिक सहायता यू.पी. सरकार द्वारा प्रदान नहीं की जाती है। यदि कोई नयी योजना हो तो आप किसी भी जिला कलेक्टर के कार्यालय में जा कर पूछताछ कर के पता लगा सकते हैं।
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10 Comments
५०००० रु की राशि सारी राज्य सरकारें देती हैं बशर्ते शादी अन्तर्जातीय हो व रजिस्ट्रड भी हो कुछ राज्य सरकार इससे भी ज्यादा राशि ऐसी शादी हेतु देती हैं
यह तथ्य तो मुझे पता है
एक बात और सुनने में आईहै
एक और प्रावधान गर कोर्ट मेरिज की जाए तो बाद में दहेज का मुकदमा होने पर कम से कम दूल्हे के माता-पिता को इस कानून में फ़ंसने का डर कम हो जाता है
इस के बारे में जिसे पता हो वह बताए
मुझे भी विवाह का यही तरीका सबसे सरल व उत्तम लगा। अधिक से अधिक लोगों को यह पद्धति अपनानी चाहिए। स्वाभाविक है कि जो पुरुष इस तरह विवाह करेगा वह धन का लालची नहीं होगा। शायद दोनों ही प्रगतिशील विचारों के भी हों। माता पिता को भी अपनी संतान को इस तरह विवाह करने का बढ़ावा देना चाहिए। इससे बहुत सी कुरीतियाँ अपने आप खत्म हो जाएँगी।
घुघूती बासूती
बहुत सुंदर जान्कारी, भई अगर युपी सरकार यू पेसे देने लगे तो सभी शादी शुदा भी लाईन मै खडे होगे दोवार कोर्ट मेरिज के लिये, फ़िर यह माया… अरे यह तो शादी करने वाले को जुर्माना करेगी, जब उस की नही हुयी तो आप की क्यो हो
बहुत से कुँवारे, चिंतित मित्रों को इस पोस्ट की लिंक मेल की है। एकाध का घर बस जाये तो क्या बुराई है!
जानकारी के लिए आभार।
इस अच्छी सी जानकारी के लिए आभार…. !!
बहुत बढिया जानकारी दी आपने. आभार.
रामराम.
द्विवेदी जी,
आपके यहाँ आज एक नयी जानकारी मिली.
आपसे एक गुजारिश है कि ऊपर शीर्षक में कांकेर खेडा को कंकरखेडा कर दें. यह मेरठ महानगर का एक उपनगर है. धन्यवाद.
आपका पोस्ट पढ़कर तो मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ कि भला कोर्ट मैरिज़ में उत्तर प्रदेश सरकार इतने पैसे दे सकते हैं? ये तो असंभव है? अगर ऐसा होने लगा तब तो बहुत ही बुरा हाल होगा देश का!
आज तो आपने कई कुंवारे ब्लोग्गर्स के मन की शंका का समाधान कर दिया द्विवेदी जी …हां उत्तर प्रदेश सरकार कोर्ट मैरिज पर या कोई भी सरकार ..कुछ पैसे वैगेरेह देती है ..ऐसा तो नहीं सुना । वैसे यदि उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार ने पैसे देना ही होगा तो रक्षाबंधन या भाईदूज पर देगी ..बहिन जी की सरकार है न ।
जानकारी काम की है …बहुत से घर संवरने/बसने वाले हैं …आभार