यह सिर्फ आप को डराने की कार्यवाही है, निश्चिन्त रहें।
खालिद खान ने आशीशबाग रोड़, बरखेड़ी भोपाल मध्यप्रदेश से समस्या भेजी है कि-
मेरी छोटी बहन जिनका नाम तरन्नूम है ने 15 जनवरी को 2015 को नसीम उद्दीन से निकाह किया है। नसीम उद्दीन की 10 साल पहले शादी हो चुकी है। पहली पत्नी से 1 लड़का है। नसीब उद्दीन ने पहली पत्नी रूबीना को काजियात से तलाक दे दिया है। मुझे कुछ दिन पहले ही पता चला है कि नसीम उद्दीन की पहली पत्नी रूबीना ने मुझ पर, मेरे भाई और नसीम उद्दीन पर एक केस दर्ज करवाया है। इस केस की धारा 107-116, 109, 110, 133, 145 है। अब मुझे क्या करना है? मुझे क्या सजा हो सकती है? इन धाराओं में क्या हो सकता है?
समाधान–
ये सभी धाराएँ दंड प्रक्रिया संहिता की हैं और शान्ति, संपत्ति पर कब्जा बनाए रखने व न्यूसेंस समाप्त करने के लिए उपयोग में आती हैं। धारा 107 शान्ति भंग करने से रोकने के लिए, धारा 109 अनजान संदेहास्पद व्यक्ति को गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत करने, धारा 110 आदतन अपराधी से अच्छे व्यवहार का बंधपत्र प्राप्त करने के लिए हैं। धारा 133 किसी प्रकार का न्यूसेंस हटाने संबंधी आदेश देने के लिए तथा धारा 145 किसी संपत्ति का कब्जा यदि जबरन ले लिया हो तो उसे वापस दिलाने के लिए है। इन में से किसी भी मामले में सजा नहीं होती है। इन सब धाराओं को एक साथ उपयोग करना भी एक मूर्खतापूर्ण हरकत है।
आप निश्चिन्त रहें। आप को कोई सजा नहीं होगी। यह सिर्फ आप को डराने की तथा खुद की खीज मिटाने की कार्यवाही है। यदि आप को न्यायालय से कोई नोटिस या सम्मन मिलता है तो आप उस के अनुसार अदालत में हाजिर हों और वकील की सहायता से पैरवी कराएँ।