विक्रय-पत्र या अन्य विलेख में त्रुटि हो जाने पर सुधार-विलेख (Correction Deed) पंजीकृत कराएँ
|मैं ने एक जमीन खरीदी है। मेरी रजिस्ट्री गलती से 9 बिस्वा की हो गई जब कि मेरे पास 10 बिस्वा जमीन है और मेरे पुराने पेपर्स में भी 11 बिस्वा जमीन है। अब मेरे पास पड़ौसी ने कोर्ट केस किया है कि मैं ने सरकारी जमीन और रास्ता कब्जा किया है। उस ने हम पर झूठा दीवानी मुकदमा भी किया है। कृपया मुझे सलाह दीजिए कि क्या क्या करना पड़ेगा। धन्यवाद!
उत्तर
साधना जी,
आप के प्रश्न से यह पता नहीं लग रहा है कि आप की जमीन किस किस्म की है? वह कृषि भूमि है अथवा आबादी या नगरीय भूमि है? जिस तरह से आप ने उस के क्षेत्रफल का उल्लेख किया है वह कृषि भूमि दिखाई देती है। लेकिन प्रश्न से यह प्रतीत हो रहा है जैसे वह आबादी या नगरीय भूमि है।
आप ने यह भी नहीं बताया कि पड़ौसी ने सरकारी जमीन और रास्ते के संबंध में कोर्ट केस किस अदालत में किया है और दीवानी मुकदमा क्या है। कुल मिला कर आप का प्रश्न बहुत ही कम जानकारियों के साथ है। जिस के कारण बहुत सटीक सलाह दे पाना संभव नहीं हो पा रहा है।
आप ने उल्लेख किया कि आप के पुराने दस्तावेजों में 11 बिस्वा भूमि का उल्लेख है तो आप ने इस भूमि को खरीदने के लिए जो विक्रय पत्र लिखवा कर रजिस्ट्री करवाया है, वह 11 बिस्वा भूमि का ही करवाना चाहिये था। यदि मौके पर केवल 10 बिस्वा भूमि ही हो तब भी 11 बिस्वा भूमि का ही उल्लेख इस विक्रयपत्र में होना चाहिए था। जिस से कभी नाप होने पर पता लगने पर कि शेष 1 बिस्वा भूमि कहाँ है? उस के संबंध में दावा कर उसे वापस हासिल किया जा सके।
आप ने जिस से उक्त भूमि खरीदी है, उस ने पूरी 11 बिस्वा भूमि आप को विक्रय की है, या उस का आशय ऐसा ही था। तो इस का अर्थ यह है कि विक्रय पत्र में गलती से 11 बिस्वा के स्थान पर 9 बिस्वा लिखने में आ गया है। यदि किसी विक्रय पत्र में या किसी भी अन्य विलेख में कोई त्रुटि हो जाती है और उस का पंजीयन हो जाता है तो उस विलेख में हुई गलतियों को ठीक करने के लिए सुधार-विलेख (Correction Deed) लिख कर उस का पंजीयन कराने का तरीका विद्यमान है। आप विक्रेता से बात कीजिए, और कहिए कि गलती से विक्रय पत्र में 11 बीघा के स्थान पर 9 बीघा लिखने में आ गया है इसे ठीक करवाइए। विक्रेता से बात हो जाने पर जिस वकील/ड्राफ्ट्समैन से आप ने पहले विक्रयपत्र लिखवा कर पंजीकृत करवाया था उस से मिलिए वह एक सुधार-पत्र (Correction Deed) तैयार कर देगा और विक्रेता से हस्ताक्षर करवा कर उसी उप पंजीयक के कार्यालय में इस सुधार-पत्र (Correction Deed) को रजिस्टर्ड करवा देगा। इस से आप के पास पूरी 11 बिस्वा जमीन के स्वामित्व का विलेख हो जाएगा जिन के आधार पर आप अपने मुकदमे लड़ सकते हैं।
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sar हमारे दादा जी ने san १९८४ में 5 tukada वाला plat खेत becha jisame galati से हमारे निवास कर रहे घर का भी रजिस्ट्री हो गया आज तक कोई भी विवाद नै आया था लेकिन करता के मृत्यु उपरांत आब उनके पुरता माकन khali करने का विवाद कर रहे है हमारे दादा जी अनपढ़ था इस कारन khasara नn मालूम नै था हम इस जमीं में १९५७ से आज तक काबिज है गलती hone पर kerta द्वारा सुधार देने की बात कहा गया लेकिन उनके मर जाने के बाद ab उनके पुत्र द्वारा विवाद किया जा रहा है हमें क्या कारन chahiye
yadi bikreta aur vakil ki mitru bahut pahale ho chuki ho tab kaya karani chaeiye
कई दिन बित गै और अभी तक आपने कोई लेख नही लीखा है।
आपकी हर लेख बहुत काम वाला होता है। कानूनी सलाह लेना हो तो आप ईसमे बहुत तेज हैं।
बजा फ़रमाया सर करेक्शन डीड सबसे उचित समाधान है शायद इस समस्या का। मैने भी इस तरह के एक केस में, पूना में यही रास्ता अपनाया था।
Hello. I was searching the forum and saw your post about trying to remove Intense Debate from your blog last year. I am in a similar boat. Can you help?
http://laughlinsexcons.blogspot.com/
सीमित शब्द सम्पदा वाले मुझ जैसे लोगों के लिए आप प्रतिदिन उलझन प्रस्तुत कर देते हैं। प्रशंसा के लिए वही-वही शब्द, कितनी बार प्रयुक्त किए जाएं? ऐसे में यही कहने को रह जाता है कि आपकी पहले वाली कई पोस्टों पर की गई मेरी कई टिप्पणियों को ‘कापी-पेस्ट’ करता रहूं।
असंदिग्ध रूप से अत्यधिक सहायक, उपयोगी और प्रशंसनीय पोस्ट है आपकी।
आप इस ब्लॉग के माध्यम से जरूरतमंदों को उपयोगी राय देकर जन कल्याण कर रहे हैं। आपका यह काम अपने आप में अनोखा है। हार्दिक बधाई।
आप के लेखो से कई सवालो के जबाब खुद ही मिल जाते है, बहुत ही अच्छा काम कर रहे है, खास कर उन लोगो के लिये जिन्हे छोटी छोटी बातो के लिये भी सेकडो का खर्च करना पडता था.
धन्यवाद
ये बहुत काम की जानकारी दी आपने. बहुत आभार.
हमारे घर पे एक बहुत पुराना कागज है तकरीबन ९० साल पुराना. यूँही पुराने कागज पलट रहा था अधिकतर अंग्रेजी या उर्दू में थे. अब खेतों के लिए (चकबंदी के बाद) उनकी जगह नए कागज आ गए हैं. उन्ही में एक ऐसा कागज मिला जो हिन्दी में लिखा हुआ था पीले कागज पर… पढ़ा तो पता चला की आपसी पारिवारिक बंटवारे का एक कागज है… जो स्थानीय भाषा में लिखा गया था. कुछ यूँ था की ‘इस पत्थर से ५० हाथ की जमीन है, जिसमें से ३० हाथ उत्तर की तरफ़ का फलाने का हुआ और दक्षिण की तरफ़ का…’ नीचे हस्ताक्षर थे. अब उस जमीन पर हमारा एक घर बना हुआ है तो कोई समस्या नहीं लेकिन मैं सोच रहा था की ऐसे कागज की क्या मान्यता हो सकती है? पंचायत के कुछ लोगों के हस्ताक्षर थे लेकिन कोई स्टांप नहीं. उनमें लिखित कोई आदमी जिन्दा नहीं. ऐसे कागज को क्या कभी किसी केस में इस्तेमाल किया जा सकता है?
बहुत ही उपयोगी जानकारी.
रामराम.
आपका यह ब्लॉग आम नागरिक, जिसे कानून का कोई ज्ञान नहीं है, के लिए बहुत उपयोगी है। क्या आप मुझे यह बताएँगें कि आज के समय में दिल्ली में अपना फ्लैट किराए पर देना कितना सुरक्षित रहेगा और यह करते समय किस किस बात का ध्यान रखना होगा ताकि जब भी फ्लैट वापिस चाहें तो बिना किसी असुविधा के वापिस मिल जाए। क्या क्या कागजी कार्यवाही करनी चाहिए? फ्लैट एक हाउसिंग सोसायटी में है।
धन्यवाद।
घुघूती बासूती