तीसरा खंबा चालू क्यों नहीं?
|बहुत सारे पाठकों और मित्रों के सन्देश मिले हैं कि तीसरा खंबा चालू क्यों नहीं है। अभी तक हम इस प्रश्न का उत्तर देने की स्थिति में नहीं थे।
हमारी वेबसाइट ‘तीसरा खंबा’ को एक नया रूप देने की कोशिश में 8 दिसम्बर 2015 के बाद रोक दिया गया था। उस के बाद उस में फोरम आरंभ किए गये। किसी भी फोरम में विषय के अनुसार कोई भी पाठक खुद को पंजीकृत कर के अपनी समस्या को प्रस्तुत कर सकता था और कोई भी पाठक उस पर अपनी राय प्रकट कर सकता था। यह किसी भी कानूनी समस्या के हल का एक अच्छा उपाय है।
पाठकों की समस्याओँ पर राय प्रकट करने की आदत न होने के कारण फिलहाल मुझे ही लगभग सभी समस्याओं के हल सुझाने पड़ रहे थे। तीसरा खंबा का मुख्य पृष्ठ 8 दिसम्बर 2015 पर ही अटका रहा। इस बीच मैं अपने वकालत के कार्यालय परिवर्तन में उलझा रहा। आखिर मेरा वकालत का कार्यालय हमारी लॉ-फर्म LAW FIRM KOTA Justice & Deeds के कार्यालय के साथ संयुक्त हो गया। इस परिवर्तन से मेरा आवास कार्यालय से दूर पड़ने लगा था। आवास को भी कार्यालय के नजदीक लाने के लिए बदलना पड़ा। अब दोनों नजदीक हैं। लेकिन मेरे लिए बहुत कुछ बदल गया है। पहले कार्यालय और आवास एक ही परिसर में थे। अब अलग अलग हैं। अब कार्यालय में काम का समय निश्चित है। कार्यालय समय में कार्यालय का काम ही हो सकता है। तीसरा खंबा वेबसाइट और सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति केवल अपने आवास से ही संभव हो सकती है।
बदला हुआ नया आवास लॉ-फर्म का कार्यालय नगर के व्यावसायिक केन्द्र गुमानपुरा में स्थित है। बीएसएनएल का जो डिस्ट्रीब्यूशन पाइंट आवास के निकट था उस में कोई लाइन पेयर सही सलामत नहीं मिला। जिस के कारण इंटरनेट कनेक्शन आरंभ नहीं हो सका। बीएसएनएल को लम्बी दूरी से नयी केबल बिछानी पड़ी। इस के उपरान्त पिछले शनिवार शाम टेलीफोन कनेक्शन चालू हो सका। बीएसएनएल का आश्वासन है कि वे इन्टरनेट कनेक्शन आज अवश्य आरंभ कर देंगे। इस काम में बीएसएनएल के कर्मचारियों और अधिकारियों ने अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी।
कार्यालय और आवास दोनों नए हैं और अभी तक सुव्यवस्थित नहीं हो सके हैं। इसलिए काम करने में सहज कम्फर्ट भी अभी तक नहीं आ सकी है। हो सकता है मुझे सहज होने में अभी एक-दो सप्ताह ओर लगें। लेकिन आवास पर इंटरनेट उपलब्ध होने के बाद जल्दी ही हमारी कोशिश होगी कि तीसरा खंबा को स्वााभाविक गति में ले आया जाए।
आशा है तीसरा खंबा टीम को उस के के पाठकों और मित्रों का सहयोग पहले की तरह मिलता रहेगा।
आपका –
दिनेशराय द्विवेदी