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Category: विभाजन

जिसके नाम रजिस्टर्ड विक्रय पत्र है वही संपत्ति का स्वामी माना जाएगा।

समस्या- मेरे पिताजी और उनके दोस्त (बड़े पापा), दोनों का परिवार 30 सालों से एक ही घर में रहता है। दोस्ती पर विश्वास के चलते घर की रजिस्ट्री
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वसीयत जरूरी नहीं यदि उत्तराधिकार में संपत्ति वसीयती को ही मिल रही हो

समस्या- मेरी पत्नी अपने माता-पिता की इकलौती संतान है। मेरे ससुर को अपनी पैतृक जमीन में 10 वीघा अपने हिस्से में जमीन पड़ती है जिसका अभी सरकारी बंटवारा
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संयुक्त संपत्ति में हिस्से के लिए विभाजन का वाद संस्थित करें

समस्या- गाँव में मेरे पिता जी और बड़े पिता जी ने 15 साल पहले  घर के बगल आबादी की जमीन मिलकर खरीदी थी I जमीन का समझौता एक
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विधवा व उसके बच्चों के पति की संपत्ति में अधिकार

समस्या- मेरे पिता (62 वर्ष) द्वारा अपनी संपत्ति  का बटवारा नहीं करने के कारण 2014 से हम लोगों से अलग और दूर रह रही हमारी विधवा भाभी ने
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शीघ्र निर्णय ही एक मात्र रास्ता है।

समस्या- हमारे परिवार का बंटवारा सन 1975 में आपसी सहमति से जिला न्यायालय में हो चुका है। जिसकी डिक्री पारित हुई थी। बंटवारे में पिताजी के बड़े भाई,
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अपने अधिकार बचाने और प्राप्त करने के लिए कानूनी कार्यवाही करें।

समस्या- मेरी शादी को करीब 25 वर्ष हो गए हैं, मेरे पति ने शादी के बाद से ही मुझे मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना देना शुरू कर दिया था।
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दत्तक ग्रहण मौखिक साक्ष्य तथा सहायक दस्तावेजी साक्ष्य को साबित किया जा सकता है।

समस्या- एक आदमी  दत्तक अधिनियम 1956 प्रभावी होने से पहले किसी अन्य के गोद/ दत्तक चला गया। वह रेल्वे में नोकरी करता था। उसके दस्तावेज जैसे वोटर कार्ड,
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सहदायिक संपत्ति के पिता के विभाजित हिस्से में संतानों का कोई हक नहीं।

समस्या- मेरे दादाजी के तीन बेटे हैं और 1974 में आपसी बँटवारे के समय  एक खेत और दुकान दादाजी के नाम से उनके पास रहने दिया। बाकी सब
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भूमि विभाजन का वाद एक ही न्यायालय में संस्थित होगा

समस्या- मेरे दादा ने अपने जीवित रहते अपनी समस्त भूमि अपने पुत्रों में बांट दी थी, और एक सादा कागज पर 2 गवाहों सहित अपने हस्ताक्षर करके सभी
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हिस्से का दावा करने के पहले नामान्तरण का आधार पता करें।

समस्या- मेरे पिताजी की मृत्यु सन 2009 जुलाई में हो गई थी। मृत्यु के बाद वह अपने पीछे 28 बीघा आवासीय प्रॉपर्टी और मकान नगरपालिका के अंतर्गत छोड़
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