समस्या- मैं नरेगा संविदा कर्मचारी हूा तथा वर्ष 2008 से नियमित सेवायें दे रहा हूँ। पिछले दिनों हमने हमारी वाजिब मांगो के लिए राज्य सरकार के विरूद्ध 37
समस्या- मेरे नानाजी ने अनुबंध की विशिष्ठ पालन तथा अनुषंगिक सहायता ते लिए वाद प्रस्तुत किया। व्यवहार न्यायाधीश ने नानाजी के पक्ष में आज्ञप्ति पारित की कि प्रतिवादीगण
मैंने एक वेबसाईट के माध्यम से लखनऊ मे रुकने हेतु एक होटल में में दो वयस्क व्यक्तियों के लिये कमरा आरक्षित करवाया था। इसके कर्मचारी द्वारा आरक्षण निश्चित
तीसरा खंबा और अनवरत के आलेखों “लिव-इन-रिलेशनशिप और पत्नी पर बेमानी बहस” और “लिव-इन-रिलेशनशिप 65% से अधिक भारतीय समाज की वास्तविकता है” पर जो सब से बड़ी आपत्ति