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Category: Legal Remedies

फर्जी दस्तावेज बनाना और छल करना गंभीर अपराध हैं।

समस्या- मेरे पिता मुंबई में दुकान करते थे। दुकान के लिए नगर निगम से उन्हें सड़क किनारे जगह आवंटित हुई थी। इसका लाइसेंस उनके नाम पर था। 1989
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कब्जा वैध है तो कानूनी प्रक्रिया के बिना संपत्ति से नहीं हटाया जा सकता।

समस्या- 13 साल पहले एक जमीन बैनामे से खरीदी थी। बेचने वाले ने जमीन पर कब्जा दिया। उस पर अभी हमरा मकान बन गया है। चौहद्दी के हिसाब
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अंतिम वसीयत मान्य होगी, चाहे अपंजीकृत क्यों न हो।

समस्या- मेरे बड़े मामा जी ने — 22 जनवरी 2018 को अपनी चल अचल संपत्ति की रजिस्टर्ड वसीयत  अपने छोटे भाई के नाम की, उनकी शादी नहीं हुई थी,
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मुकदमें का एक्सपार्टी होना क्या है?

समस्या- मैने अपनी दुकान किराया पे दी थी। किराएदार पर मैंने दुकान खाली करने का दावा किया है। जज ने मुकदमा एक्स पार्टी कर दिया है। इस एक्स-पार्टी
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अपराधिक मुकदमा सीधे अदालत में कैसे दर्ज कराएँ?

समस्या- मेरे पति के विरुद्ध केवल 125 का मुकदमा चल रहा है। पुलिस 498, 406 आदि का मुकदमा लिखने में आनाकानी कर रही है। मेरे विवाह को 7
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सभी प्रबंधन चाहते हैं कि श्रमिक विभाजित रहें।

समस्या – लगभग सभी सरकारी कम्पनियों में यह देखने को मिलता है कि अनुसूचित जाति जनजातियों के कर्मचारी अपने लिये कल्याण समिति के नाम पर अपना समिति बनाकर
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वसीयतकर्ता के पूर्व संयुक्त वसीयत के लाभार्थी की मृत्यु पर क्या होगा?

समस्या- मेरे पिताजी  के  चार पुत्र और 6 पुत्रियां हैं।  मेरे पिताजी ने  सन 1995 में अपनी सारी संपत्ति की रजिस्टर्ड वसीयत कर दी थी। जिसमें चार पुत्रों
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1955 तक हिन्दू विधि में विवाहिता पुत्री को पिता की संपत्ति में कोई अधिकार नहीं था।

समस्या- मेरे नाना के दो संताने थी, एक लड़का और एक लड़की मेरे नाना की मृत्यु 1925 के लगभग हो गई थी और मेरे माँ की मृत्यु लगभग
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विक्रय-पत्र के पंजीयन हेतु विशिष्ट अनुपालन का वाद संस्थित करें।

समस्या- मेरी माता और पिता के बीच मे 125 का केस चल रहा है।  सन् 2011 में मेरे पिता द्वारा एक 100 रुपए के स्टांप पेपर पर मकान
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परिवादी के उपस्थित न होने पर अपराधिक मुकदमे में क्या होगा?

समस्या- कोई परिवादी अपने आपराधिक मुकदमे में जिसमें न्यायालय के समक्ष समझौता संभव नहीं है और चार्जशीट भी दायर हो चुकी है लेकिन परिवादी अपने मुकदमे की पैरवी
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