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Category: Marriage

आधार, जिन पर विवाहित मुस्लिम महिलाएँ तलाक की डिक्री हासिल कर सकती हैं

मुस्लिम विवाह विच्छेद अधिनियम-1939 को अधिनियमित करने के दो कारण बताए गए थे। पहला तो यह कि विभिन्न  परिस्थितियों में परेशान हो रही महिलाओं को अपने पति से
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मुस्लिम महिलाओं द्वारा विवाह विच्छेद कराने के अधिकार का कानून

तीसरा खंबा के एक पाठक फीरोज़ अहमद साहब ने कुछ दिन पहले तीसरा खंबा को कहा था कि कृपया मुस्लिम विवाह विच्छेद अधिनियम 1939 के बारे में संक्षेप
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वधु के माता-पिता वर द्वारा वधु के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करा दें तो वर क्या करे ?

फीरोज अहमद जी के कुछ प्रश्नों का उत्तर मैं ने स्त्री (18) और पुरुष (37) के विवाह में उन की उम्र का यह बड़ा अंतर बाधक है? पोस्ट
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राजू भाई पत्नी के कारण परेशान हैं, वे क्या करें?

राजू भाई बहुत परेशान हैं, तीसरा खंबा को लिखी ई-चिट्ठी में उन्हों ने अपनी परेशानी लिखी है। उन की शादी को जुम्मा-जुम्मा  दो माह हुए हैं, और उन्हें
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दहेज देने का अपराध क्यों किया? अब मुकदमा भुगतो!

आज राजस्थान पत्रिका और दैनिक भास्कर में रोचक समाचार है।  वैशाली नगर जयपुर के निवासी इकबाल राय जैन ने न्यायिक मजिस्ट्रेट क्रम-ग्यारह जयपुर शहर, जयपुर की अदालत में
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पति-पत्नी की भांति अनेक वर्षों के सहवास के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने स्त्री-पुरुष को विवाहित माना

 सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में चालम्मा बनाम तिलगा के मुकदमें दिए गए निर्णय में कहा है कि स्त्री-पुरुष के पति-पत्नी की भांति अनेक वर्षों तक सहवास करने
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क्या वे अपनी लिव-इन-रिलेशनशिप को विवाह में बदल सकते थे?

वह अस्पताल में नर्स है और मैं मेल नर्स। उस का भी कोई नहीं और मेरा भी कोई नहीं। मैं ने पूछा -कोई नहीं? -होने को सब कोई
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वयस्क अविवाहित पुत्री को धारा 125 दंप्रसं के अन्तर्गत भरण-पोषण के लिए संशोधन हेतु इलाहाबाद उच्च् न्यायालय सुनवाई करेगा।

धारा 125 दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 कहती है … पर्याप्त साधनों वाला कोई व्यक्ति- (क) अपनी पत्नी जो अपना भरण-पोषण करने में असमर्थ है, या (ख) अपनी धर्मज
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कथा फैमिली कोर्ट तक पहुँचने के पहले की

बदरीनाथ मेरा पुराना मुवक्किल बहुत दिनों, करीब पाँच बरस बाद एक दिन मुझे अपने दफ्तर में दिखाई दिया, तो मैं पूछ बैठा- अरे! बदरी, आज कैसे? जो किस्सा
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